
तेंदूखेड़ा/दमोह। रामनवमी पर्व को लेकर गुरुवार को दमोह जिले के तेंदूखेड़ा विकासखंड अंतर्गत दासोंदी की बलखंडन माता मंदिर में सैकड़ों की तादात में श्रद्धालु पहुंचे। मातारानी के भक्त मीलों की दूरी तय करते हुए अर्धनग्न अवस्था में दंड भरकर हुए आते हैं और माता के दरबार में दंडवत होकर अपना मत्था टेकते हैं। इस कारण से यह मंदिर लोगों की आस्था का केंद्र बना हुआ है।
सालों से चली आ रही परंपरा
बता दें कि हर साल चैत्र नवरात्रि की रामनवमी पर यहां भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है। यह परंपरा बीते कई सालों से चली आ रही है। वहीं नवरात्रि की रामनवमी पर इस परंपरा को देखने दूर दराज से भी ग्रामीणजन आते हैं, जिसमें बींजाडोंगरी, दिनारी, दमोह, तेन्दूखेड़ा, तेजगढ़, हर्रई और जबेरा के श्रद्धालु भक्तों का तांता लगा रहता है। श्रद्धालु अर्धनग्न अवस्था मांगी हुई मनोकामना पूरी होने के उपरांत इस प्राचीन परंपरा में सम्मिलित होकर बलखंडन माता मंदिर प्रांगण में जयकारे लगाते हुए अपना मत्था टेकते हैं।
रामनवमी पर्व भक्तों ने टेका मत्था
बंलखड़न माता रानी के दरबार में दर्शन करने पहुंचे प्रताप सिंह लोधी। इन्होंने बताया कि रामनवमी पर्व पर हजारों सालों से अर्धनग्न अवस्था में श्रद्धालु भक्त इकट्ठा होकर मातारानी के दरबार में अपना माथा टेकते आ रहे हैं।
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