
इंदौर में चल रहे मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) के छात्रों के प्रदर्शन का आखिरकार समापन हो गया है। रविवार सुबह पांच बजे छात्रों ने प्रदर्शन खत्म कर दिया। करीब 70 घंटे तक चले इस प्रदर्शन के बाद शनिवार और रविवार की रात तीन बजे इंदौर के कलेक्टर ने छात्रों से मुलाकात की और कई मुद्दों पर दोनों की सहमति बनी, जिसके बाद प्रदेशभर से करीब 2 हजार छात्र प्रदर्शन छोड़कर चले गए। दो अभ्यर्थी आमरण अनशन पर बैठे थे, जिनसे कई नेताओं ने मुलाकात की थी। अब छात्र मुख्यमंत्री मोहन यादव से मुलाकात के लिए भोपाल की ओर रवाना हो गए हैं।
मानी जाएगी छात्रों की मांगें
इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह और प्रशासन के अधिकारियों ने छात्रों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगें मानी जाएगी। इस आश्वासन के बाद ही छात्र प्रदर्शन समाप्त करने के लिए तैयार हुए। इससे पहले, देर रात मुख्यालय पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था, लेकिन बाद में कलेक्टर ने छात्रों से मुलाकात कर उन्हें आश्वासन दिया, जिससे प्रदर्शन समाप्त हो गया। इस बातचीत के बाद कुछ छात्र मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से भोपाल में मुलाकात करेंगे और अपनी मांगों को उनके सामने पेश करेंगे।
कई नेताओं ने किया छात्रों की मांगों का समर्थन
शनिवार की रात विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार भी छात्रों से मिलने पहुंचे थे और उन्होंने उनकी मांगों का समर्थन किया। साथ ही उन्होंने मौके पर मौजूद एडीएम रोशन राय से भी बातचीत की। इसके अलावा, धार के मनावर से कांग्रेस विधायक डॉ. हीरालाल अलावा और रतलाम के सैलाना से भारतीय आदिवासी पार्टी के विधायक कमलेश्वर डोडियार ने भी छात्रों की मांगों का समर्थन किया। वहीं, आज छात्रों की मुलाकात मुख्यमंत्री मोहन यादव से होने की संभावना है।