धर्म

नवरात्रि में पूजा के दौरान इन नियमों का रखें विशेष ध्यान, नहीं तो मां दुर्गा हो सकती हैं रुष्ट

भोपाल। हिंदू धर्म में नवरात्रि का एक विशेष महत्व है। नवरात्रि में देवी मां के 9 स्वरूपों की पूजा, व्रत से घर में सुख समृद्धि आती है। नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मकता आती है। मान्यता कहती है कि नवरात्रि के दौरान घर में जल रही माता की अखण्ड ज्योति से घर का माहौल काफी शांत और भक्तिमय हो जाता है। हिंदू धर्मग्रंथों में नवरात्रि पूजन के दौरान कई विशेष नियमों का उल्लेख किया गया है, जिनका ध्यान इस दौरान जरूर रखना चाहिए। तो चलिए उन नियमों के बारे में जानते हैं।

नवरात्रि पूजा में इन नियमों का रखें विशेष ध्यान

  • पूजा के समय ध्यान रखें कि दीपक बुझना नहीं चाहिए। अगर पूजा के बीच में दीपक बुझ जाता है, तो पूजा का पूर्ण फल भक्त को नहीं मिलता।
  • नवरात्रि के दौरान विशेष ध्यान रखें कि चावल खंडित ना हो। पूजा में चावल का विशेष महत्व होता है। चावल को माता के समक्ष चढ़ाने से पहले उसको पीला कर लेना चाहिए।
  • नवरात्रि की पूजा में पंचदेव (सूर्य, गणेश, शिव, दुर्गा और विष्णु) का ध्यान जरूर करना चाहिए। इसे करने से मां लक्ष्मी की विशेष कृपा आपके ऊपर बरसती है।
  • मान्यता है कि अगर आप हर दिन घर में घी का दीपक जलाते हैं, तो इससे घर के वास्तु दोष खत्म हो जाते हैं।
  • पूजा से पहले पूजा स्थल की अच्छे से सफाई कर लें। इस बात का खास ध्यान रखें कि पूजा के समय चमड़े का बेल्ट या पर्स आपके आसपास ना हो। इसे अशुभ माना गया है।
  • नवरात्रि की पूजा में खंडित दीपक कभी नहीं जलाना चाहिए। इसे अशुभ माना जाता है। ऐसा करने से माता रुष्ट हो सकती हैं।
  • पूजा के समय अगर आप लाल रंग का वस्त्र धारण करते हैं, तो इससे मां दुर्गा काफी प्रसन्न होती हैं।
  • पूजा करते समय अपने कुल देवता, कुल देवी, घर के वास्तु देवता आदि का ध्यान जरूर करना चाहिए। उनके ध्यान और पूजन से घर में समृद्धि का वास होता है।
  • घर में या मंदिर में जब भी कोई विशेष पूजा करें तो अपने इष्टदेव के साथ ही स्वस्तिक, नवग्रह देवता, कलश, पंच लोकपाल, षोडश मातृका, सप्त मातृका का पूजन भी अनिवार्य रूप से किया जाना चाहिए।

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