
पिछले 2 साल कोरोना की पाबंदियों के चलते मूर्तिकारों ने कम और छोटी मूर्तियों को स्वरूप दिया था परंतु इस वर्ष शहर में बड़ी मूर्तियां देखने मिलेंगी। गोरखपुर, शक्तिनगर से लेकर शीतलामाई तक प्रमुख मूर्तिकारों ने इस बार 15 से 20 फीट तक की मूर्तियां तैयार की हैं।
इस वर्ष अच्छे व्यापार की उम्मीद
गोरखपुर स्थित ज्वाला मूर्तिकार ने पीपुल्स अपडेट से कहा कि पिछले 2 वर्षों में कोविड की वजह से काफी नुकसान हुआ था। इस वर्ष मूर्तियों को लेकर कोई विशेष गाइडलाइन नहीं है, ऐसे में हमने कुछ बड़ी मूर्तियां भी ऑर्डर पर बनाई हैं। पिछले साल के मुकाबले रंग से लेकर कच्चे माल तक के दाम में इजाफा हुआ है फिर भी अच्छा व्यापार होने की उम्मीद है।

मूर्तियों को दिया जा रहा फाइनल टच
बुधवार 31 अगस्त को गणेश चतुर्थी है, इसे लेकर शहर के मूर्तिकार मूर्तियों को फाइनल टच देने में लगे हुए हैं। वहीं शहर में आकर्षक लाइटिंग व साज-सज्जा के साथ पंडाल लगाए गए हैं।
ये हैं स्थापना के शुभ मुहूर्त
जबलपुर के पं. सुनील कुमार पांडे ने पीपुल्स अपडेट को बताया कि 31 अगस्त को चित्रा नक्षत्र कन्या एवं तुला राशि में गणेश स्थापना की जाएगी।
- सुबह 7 बजे से 9:08 तक सिंह लग्न एवं लाभ अमृत की चौघड़िया में।
- 9:54 से 11:23 तक तुला लग्न एवं शुभ की चौघड़िया में।
- 11: 23 से दोपहर 1 :40 बजे तक वृश्चिक लग्न में।
- दोपहर 3:45 से शाम 5:32 बजे तक लाभ की चौघड़िया में।
- शाम 6 बजे से रात 8:36 बजेतक शुभ अमृत की चौघड़िया में।
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