इंदौरमध्य प्रदेश

Indore : स्टूडेंट्स को साइबर क्राइम का पाठ पढ़ाएगी पुलिस, मप्र में ऐसा सिलेबस शुरू करने वाला DAVV पहली यूनिवर्सिटी

इंदौर। वैसे तो पुलिस अधिकारी अमूमन सड़कों पर अपराध वाली सड़कों- चौराहों पर दिखते हैं, लेकिन अब वह विश्वविद्यालय में साइबरसिक्योरिटी का पाठ पढ़ाते हुए नजर आएंगे। इंदौर में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा पहली बार यूजीसी के कई सिलेबस में साइबर सिक्योरिटी कोर्स को भी शामिल किया जाएगा। यह पहला मौका है, जब साइबर सिक्योरिटी पर आधारित अंडर ग्रेजुएट स्पेशल कोर्स में मध्य प्रदेश के पुलिस अधिकारी साथ मिलकर इसकी शुरुआत करेंगे।

200 छात्रों की मौजूदगी में शुरुआत

इंदौर पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र ने इस पाठ्यक्रम की शुरुआत कुलपति रेणु जैन की उपस्थिति में की। इस दौरान तकरीबन 200 छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। इंदौर पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र ने बताया कि 6 फरवरी 2023 को देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलपति व कई अधिकारियों के साथ इस संबंध में विशेष चर्चा की गई। चर्चा में विशेष रूप से यूजीसी (UGC) द्वारा प्राप्त ग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट पाठ्यक्रम की जानकारी ली गई। बैठक में इस पर भी चर्चा हुई कि पुलिस प्रायोगिक रूप से किस तरह से पाठ्यक्रम में मदद कर सकती है।

थ्योरी और प्रैक्टिकल कराएंगे पुलिस अफसर

पुलिस कमिश्नर ने बताया कि वर्तमान में तकनीकी दौर में जिस तरह से सब कुछ डिजिटल हो रहा है तो अपराध और अपराधी नई तकनीक का प्रयोग कर रहे हैं। ऐसे में आने वाले समय में साइबर क्राइम बढ़ेगा। यदि वर्तमान समय से ही इन विषयों की बारीकियां आने वाले पाठ्यक्रम में शामिल की जाएं तो काफी कुछ बदलाव आ सकता है। पुलिस अधिकारी अपनी ड्यूटी से समय निकालकर साइबर अपराधियों के लिए अलग-अलग क्लासेस भी लें। पुलिस अधिकारियों द्वारा थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल ट्रेनिंग देने वाला यह देश का पहला पाठ्श्क्रम होगा।

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