
मुंबई। फिनटेक कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस का वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में घाटा बढ़कर 550 करोड़ रुपए हो गया। पिछले साल इसी अवधि में घाटा 167.5 करोड़ रुपए था। वन97 कम्युनिकेशंस के पास पेटीएम ब्रांड का स्वामित्व है। पेटीएम ने एक बयान में कहा, हमारे वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के परिणाम यूपीआई लेनदेन पर अस्थाई व्यवधान और पीपीबीएल प्रतिबंध के कारण स्थाई व्यवधान से प्रभावित हुए। पेटीएम ने 2,267 करोड़ रुपए का राजस्व दर्ज किया, जो वार्षिक आधार पर 3 प्रतिशत की गिरावट है। हमारा योगदान मुनाफा यूपीआई प्रोत्साहनों सहित 57 प्रतिशत और यूपीआई प्रोत्साहनों को छोड़कर 51 प्रतिशत रहा।
RBI ने लगाई थी पेटीएम पर पाबंदियां
भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने 15 मार्च से व्यापारियों सहित ग्राहकों के हित को ध्यान में रखते हुए पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को किसी भी ग्राहक खाते, वॉलेट और फास्टैग में जमा, क्रेडिट लेनदेन या टॉप-अप स्वीकार करने से रोक दिया है। कंपनी ने बताया कि तिमाही में कंपनी ने पीपीबीएल में 39 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए 227 करोड़ रुप, के निवेश को बट्टे खाते में डाल दिया। पेटीएम के संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विजय शेखर शर्मा की पीपीबीएल में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
Paytm की ऑपरेशनल इनकम भी घटी, सालाना कमाई में इजाफा
कंपनी ने बुधवार को शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि चौथी तिमाही में परिचालन (ऑपरेशनल) आय 2.8 प्रतिशत घटकर 2,267.1 करोड़ रुपए हो गई। पिछले साल समान अवधि में यह 2,464.6 करोड़ रुपए थी। समूचे वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का घाटा कम होकर 1,422.4 करोड़ रुपए रह गया। यह वित्त वर्ष 2022-23 में घाटा 1,776.5 करोड़ रुपए था। पेटीएम का वार्षिक राजस्व करीब 25 प्रतिशत बढ़कर 9,978 करोड़ रुपए हो गया, यह 2022-23 में 7,990.3 करोड़ रुपए था।
कंपनी को आशंका है कि चौथी तिमाही में व्यवधान का पूरा वित्तीय प्रभाव जून 2025 तिमाही में दिखाई देगा। बयान में कहा गया, हमें वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में 1,500-1,600 करोड़ रुपए के राजस्व की उम्मीद है।” इस बीच, ऑफलाइन भुगतान के मुख्य व्यवसाय अधिकारी रिपुंजय गौड़ को कंपनी के वरिष्ठ प्रबंधन कर्मी के रूप में नामित किया गया है।
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