
हेमंत नागले, इंदौर। भूमाफिया असलम उर्फ राजू और सुफियान के खिलाफ एमआईजी थाना क्षेत्र के साथ ही अन्य दो थानों में भी मामला दर्ज किया जा सकता है। आरोपितों पर वकील राजन कालदाते के ऑफिस में तोड़फोड़ और मारपीट करने का आरोप है। घटना के बाद से ही दोनों आरोपी फरार हैं, पुलिस उनकी तलाश कर रही है। आरोपी शहर में कई गरीबों को जमीनों की हेराफेरी कर ठग चुके हैं।
क्या है पूरा मामला
पुलिस के अनुसार, 7 मार्च को फरियादी वीरेंद्र जायसवाल द्वारा एमआईजी थाने में प्रकरण दर्ज कराया गया था। शिकायत में कहा गया कि, शाम करीब 6:00 बजे सुफियान रंगूनवाला और उसके चाचा मोहम्मद असलम रंगूनवाला किसी पुराने मामले में अनुबंध करवाने आए थे। इसी दौरान आरोपियों की वीरेंद्र जायसवाल से किसी बात को लेकर बहस हो गई और दोनों आरोपियों ने उनके ऑफिस में तोड़फोड़ करनी शुरू कर दी। बीच-बचाव करने पर सुफियान रंगूनवाला ने राजन कालदाते के साथ मारपीट कर दी। जिसके बाद दोनों मौके से फरार हो गए।
2 साल पहले जिला प्रशासन ने रंगून गार्डन को किया था ध्वस्त
आरोपी असलम मोहम्मद रंगूनवाला द्वारा सन्नी सोसायटी और रजत गृह निर्माण सोसायटी के 17000 वर्ग फीट जमीन को लेकर रंगून गार्डन पर जिला प्रशासन ने कार्रवाई की थी। इस कार्रवाई के दौरान आरोपी द्वारा लगभग 100 करोड़ की जमीन पर जो अवैध कब्जा किया गया था, उसे जिला प्रशासन ने मुक्त कराया था। जिला प्रशासन द्वारा बताया गया था कि, इस जमीन पर श्री महालक्ष्मी नगर के 50 प्लाट धारकों का हित दबा था। इन प्लाटों की कीमत वर्तमान समय में 100 करोड़ रुपए थी। 12 वर्षों से रंगून गार्डन यहां बना हुआ था और बेखौफ चल रहा था। आरोपी मोहम्मद असलम रंगूनवाला और उसके भतीजे सुफियान सहित कई लोगों पर इसमें प्रकरण दर्ज हुआ था। इस मामले को लेकर हाउसिंग एंड सोसाइटी में भी एक प्रकरण चल रहा है। लेकिन रसूख के दम पर रंगून गार्डन के संचालकों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है।