
नई दिल्ली। भारत जल्द ही अमेरिका से आयात किए जाने वाले कुछ महंगे सामानों पर टैरिफ में कटौती कर सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट पेश करने के दौरान इस फैसले की घोषणा की जा सकती है। जिन वस्तुओं पर टैरिफ कम होने की संभावना है, उनमें स्टील, महंगी मोटरसाइकिल और इलेक्ट्रॉनिक सामान शामिल हैं। यह कदम ऐसे समय पर उठाया जा रहा है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत, चीन और ब्राजील जैसे देशों पर 100% टैरिफ लगाने की धमकी दी है।
किन सामानों पर टैरिफ घटाने की संभावना
भारत अमेरिका से कई महंगे सामान आयात करता है, जिनमें से कुछ पर 100% से अधिक टैरिफ लगाया जाता है। सरकार इन आयातित उत्पादों पर टैक्स में राहत देने पर विचार कर रही है ताकि व्यापार संतुलन को बनाए रखा जा सके और अमेरिका के साथ व्यापार संबंध बेहतर बने रहें। संभावित रूप से टैरिफ में कटौती किए जाने वाले उत्पादों में महंगी मोटरसाइकिलें, इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद और स्टील एवं अन्य धातुएं शामिल हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम से अमेरिका के साथ व्यापारिक संबंध मजबूत होंगे और भारतीय बाजार में इन उत्पादों की कीमतें थोड़ी कम हो सकती हैं।
अमेरिका-भारत व्यापारिक संबंध
अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। वित्त वर्ष 2023-24 में दोनों देशों के बीच 118 अरब डॉलर से अधिक का व्यापार हुआ था, जिसमें भारत का व्यापार अधिशेष (ट्रेड सरप्लस) 41 अरब डॉलर रहा। अमेरिका भारतीय कृषि उत्पादों जैसे फल, सब्जियां और चावल का भी एक प्रमुख खरीदार है। 2024 में अमेरिका ने भारत से 18 मिलियन टन चावल आयात किया था।
अगर अमेरिका अपने टैरिफ बढ़ाता है, तो इसका सीधा असर भारतीय निर्यातकों पर पड़ेगा। अमेरिकी बाजारों में भारतीय उत्पादों की कीमतें बढ़ जाएंगी, जिससे उनकी मांग कम हो सकती है और भारतीय व्यापारियों को नुकसान झेलना पड़ सकता है।
ट्रंप ने दी BRICS देशों पर 100% टैरिफ लगाने की धमकी
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने हालिया चुनावी अभियान के दौरान BRICS देशों (भारत, ब्राजील, चीन, रूस और दक्षिण अफ्रीका) पर 100% टैरिफ लगाने की धमकी दी थी। ट्रंप का कहना था कि अगर ये देश ट्रेड के लिए अमेरिकी डॉलर की जगह किसी अन्य करेंसी का इस्तेमाल करने की योजना बनाते हैं, तो वे अमेरिकी बाजार में अपने उत्पादों पर दोगुना टैरिफ लगाने के लिए तैयार रहें।
टैरिफ घटाने-बढ़ाने से कैसे प्रभावित होता है व्यापार
टैरिफ किसी भी देश द्वारा आयात किए गए उत्पादों पर लगाया जाने वाला टैक्स होता है। इसे घटाने-बढ़ाने से व्यापारिक संतुलन प्रभावित होता है। अगर टैरिफ घटाया जाता है, तो आयातित सामान सस्ता हो जाता है, जिससे उपभोक्ताओं को लाभ होता है। अगर टैरिफ बढ़ाया जाता है, तो विदेशी उत्पाद महंगे हो जाते हैं, जिससे घरेलू उत्पादों को बढ़ावा मिलता है।
भारत और अमेरिका के बीच विश्व व्यापार संगठन (WTO) के तहत एक बाउंड रेट (निश्चित टैक्स सीमा) तय होती है, जिससे कोई भी देश मनमाने ढंग से टैरिफ नहीं बढ़ा सकता।
क्या होगा अगर अमेरिका 100% टैरिफ लगाता है
अगर अमेरिका भारतीय उत्पादों पर 100% टैरिफ लगाता है, तो भारतीय वस्तुएं अमेरिकी बाजार में महंगी हो जाएंगी, जिससे उनकी मांग कम हो सकती है। अमेरिका के उपभोक्ताओं को भारतीय कृषि उत्पाद, चावल और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे उत्पाद दोगुनी कीमत पर खरीदने पड़ सकते हैं। भारत को नए व्यापारिक साझेदारों की तलाश करनी पड़ सकती है या अमेरिका के साथ किसी नई व्यापार नीति पर बातचीत करनी पड़ सकती है।
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