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पहले दुल्हे की शेरवानी चुराई… फिर उन्हीं कपड़ों में नकदी पर किया हाथ साफ; बोले- शादी के कपड़ों में किसी को शक नहीं होता

हेमंत नागले, इंदौर। शहर के एरोड्रम थाना क्षेत्र में सीरियल चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी इतने शातिर थे कि जिस घर चोरी करते थे वहां कपड़े चुराते थे और उसी में सामान भरकर फरार हो जाते थे। पुलिस के मुताबिक, आरोपी नशे की लत के लिए चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। तीनों की एक गैंग बनी हुई थी। वहीं पुलिस मामले में आगे की जांच कर रही है।

कपड़े चुराने के बाद करते थे चोरी

कुछ समय पहले ही आरोपियों ने शादी के घर में चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। वहां से पहले दूल्हे की शेरवानी चुराई और फिर वही शेरवानी पहनकर नकद रुपए और ज्वेलरी लेकर फरार हो गए। लोगों को शक ना हो इस कारण से उन्होंने दूल्हे के ही कपड़े पहन रखे थे और क्षेत्र के अन्य घरों में भी दूल्हे की शेरवानी पहन कर ही उन्होंने वारदात को अंजाम दिया था। तीनों आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है, उनसे पूछताछ की जा रही है।

तीनों को है नशे की लत

डीसीपी आदित्य मिश्रा ने बताया कि, एरोड्रम थाना क्षेत्र में सीरियल चोरी की वारदात के बाद कुछ आरोपियों के फोटो सामने आए थे। तीनों ही नशे की लत के आदि थे। आरोपियों द्वारा घर से पहले कपड़े चुराए जाते थे और अच्छी वेशभूषा के कारण वह इलाके में ही घूमते रहते थे। गैंग के तीन सदस्यों में से मुख्य आरोपी आकाश परिहार निवासी बाणगंगा और संजय कुशवाह निवासी एरोड्रम थाना क्षेत्र को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। जब इन आरोपियों से पूछताछ की जा रही थी तो वह इतने अधिक नशे में थे की वारदात को बता नहीं पा रहे थे। पुलिस उनसे लंबे समय से वारदातों की जानकारी ले रही है। आरोपियों ने तीन वारदातें कबूली हैं और चोरी की घटना में माल भी आरोपियों से बरामद हुआ है।

हथियारों के साथ डालते थे वीडियो

तीनों आरोपी आकाश, संजय और एक नाबालिक इतने शातिर और ऐसे बेखौफ है कि वह सोशल मीडिया पर हथियारों को लेते हुए वीडियो डाला करते थे और नशे के लिए वारदात को भी अंजाम देते थे। इलाके से कई सीसीटीवी फुटेज भी बरामद हुए जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लिया।

ऑनलाइन गेम में रुपए हारने की वजह से की चोरी

पुलिस ने जब आरोपियों को हिरासत में लिया था। आरोपियों ने बताया कि उन्हें ऑनलाइन गेम खेलने की आदत है और उसमें वह काफी रुपया हार चुके हैं। उस रुपए की रिकवरी करने के लिए वह चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। आरोपियों द्वारा इलाके में चोरी करने के बाद उन पैसों से नशा भी किया जाता था। नशे की जरूरत को पूरा करने के लिए उन्होंने चोरी की वारदात को अंजाम देना शुरू किया। लेकिन वह इतने नशे में होते थे कि जब पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया तो किसी भी तरह से पुरानी घटनाओं के बारे में कोई जानकारी नहीं दे पा रहे थे।

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