हेलीकॉप्टर हादसे में घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की हालत गंभीर बनी हुई है। अधिकारियों के मुताबिक उनका इलाज बेंगलुरु के कमान अस्पताल में चल रहा है और फिलहाल उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। वहीं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के माता-पिता भी उन्हें देखने अस्पताल पहुंचें। वरुण गंभीर हालत में आईसीयू में हैं। इस वजह से माता-पिता को अंदर जाने की इजाजत नहीं मिल पाई, और उन्हें बाहर से ही बेटे को देखना पड़ा।
वरुण सिंह के परिवार के साथ है देश: पीएम
प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश में अपने संबोधन के दौरान इस हादसे को याद करते हुए कहा कि, यूपी के सपूत देवरिया के रहने वाले ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जी का जीवन बचाने के लिए डॉक्टर जी-जान से लगे हुए हैं। मैं मां पाटेश्वरी से उनके जीवन की रक्षा की प्रार्थना करता हूं। देश आज वरुण सिंह जी के परिवार के साथ है, जिन वीरों को हमने खोया है, उनके परिवारों के साथ है।
Doctors are working hard to save the life of Group Captain Varun Singh. I pray to Maa Pateshwari to save his life. The nations stands with his family. The country also stands with the families who lost those brave soldiers: PM Narendra Modi in Balrampur #TamilNaduChopperCrash pic.twitter.com/j78chCjMf2
— ANI UP (@ANINewsUP) December 11, 2021
पहले वेलिंगटन के अस्पताल में चल रहा था इलाज
बुधवार को हुए हादसे में गंभीर रूप से झुलसे ग्रुप कैप्टन को तमिलनाडु के वेलिंगटन स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें पहले सड़क मार्ग से एम्बुलेंस में सुलूर ले जाया गया और फिर बेहतर इलाज के लिए बेंगलुरु पहुंचाया गया।
योद्धा है मेरा बेटा
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के पिता रिटायर्ड कर्नल केपी सिंह ने कहा कि मेरा बेटा एक योद्धा है और इस लड़ाई में भी जीत हासिल कर लौटेगा।
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हादसे में 13 लोगों की हुई मौत
बुधवार को कुन्नूर के पास एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और 11 अन्य सैन्यकर्मियों का निधन हो गया था। इस हादसे में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही जीवित बचे हैं।
अक्टूबर 2020 में भी वीरता का दे चुके हैं परिचय
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह 12 अक्टूबर 2020 को अपनी बहादुरी का परिचय दे चुके हैं। इस दिन तेजस की उड़ान के दौरान करीब दस हजार फिट की ऊंचाई पर विमान का फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम खराब हो गया था। उन्होंने अपने अदम्य साहस का परिचय देते हुए विमान की सुरक्षित लैडिंग कराते हुए अपनी और कई लोगों की जान बचाई थी। उनके इस साहस पर 15 अगस्त 2021 को राष्ट्रपति ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया।