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भोपाल में 35 लाख की सनसनीखेज लूट का खुलासा, 3 अरेस्ट, माल बरामद, सिक्योरिटी गार्ड की बहादुरी से हुआ मामले का खुलासा

भोपाल। शहर की सबसे पॉश कॉलोनियों में से एक अरेरा कालोनी में रहने वाले ज्वैलरी शोरूम संचालक के घर में पत्नी को चाकू अड़ाकर लाखों की नकदी और जेवरात लूटने वाले तीनों आरोपी महज 12 घंटे में पुलिस के हत्थे चढ़ गए। उनके पास से लूटे गए 33.60 लाख रुपए नकद, मोबाइल और जेवरात समेत कुल 35 लाख का सामान जब्त किया गया है। वारदात में उपयोग की गई पल्सर बाइक, चाकू और मोबाइल फोन भी बरामद हुए हैं। वारदात का मास्टर माइंड बंगले से कुछ दूरी पर ही पान की दुकान चलाता है। उसने अपने मौसेरे भाई और बहनोई के साथ मिलकर इस सनसनीखेज घटना को अंजाम दिया था। घटना के बाद भागते समय सामने वाले बंगले के सिक्योरिटी गार्ड ने उसे दबोच लिया था। इसके बाद पुलिस ने बाकी दोनों आरोपियों को भी हिरासत में लेकर लूट का माल जब्त कर लिया।

पेंटर बनकर घर में घुसे थे बदमाश

पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र के मुताबिक ई-4 अरेरा कालोनी में रहने वाले सुशील धनवानी ज्वैलर्स शोरूम चलाते हैं। बुधवार शाम उनकी पत्नी कीर्ति धनवानी घर पर अकेली थी, जबकि वे और परिवार के बाकी सदस्य घर से बाहर थे। घर में आगामी 29 तारीख को उनके छोटे बेटे का विवाह होने के कारण रिनोवेशन का काम चल रहा है। शाम करीब सात बजे तीन बदमाश उनके घर में खुद को पेंटर बताते हुए घुसे और चाकू अड़ाकर कीर्ति से मोबाइल फोन, जेवरात तथा अलमारी में रखे लाखों रुपए लूटकर भाग निकले। महिला के शोर मचाने पर सामने वाले बंगले पर तैनात चौकीदार ने एक बदमाश को दबोच कर पुलिस के हवाले कर दिया। देवानंद जाधव नाम के इस बदमाश के हत्थे चढ़ने के बाद पुलिस ने उसके मौसेरे भाई धीरज गवई और बहनोई बाबूलाल मेवाड़ा को भी गिरफ्तार कर लिया।

33 लाख 60 लाख नकद बरामद

पुलिस ने तीनों बदमाशों के पास से लूटे गए 33.60 लाख रुपए नकदी, 5 सोने के सिक्के, एक मोबाइल फोन समेत 35 लाख का माल बरामद किया है। इसके अलावा घटना में प्रयुक्त पल्सर बाइक, एक मोबाइल फोन और चाकू जब्त किया गया है। पहले इस घटना में 1 करोड़ 30 लाख  से अधिक की लूट की बात कही गई थी, लेकिन व्यापारी द्वारा बाद में केवल 35 लाख की लूट की जानकारी पुलिस को दी गई। अब इस चौकीदार को 26 जनवरी पर वीरता पुरस्कार मिलेगा जबकि केस में जुटी पुलिस टीम को 30 हजार का नकद इनाम दिया गया है।

रैकी के बाद दिया घटना को अंजाम

इस वारदात का मास्टर माइंड देवानंद जाधव उर्फ देवा की बंगले से कुछ दूर ही पान की गुमठी है, इस कारण वह अक्सर बंगले के सामने से आता-जाता है। देवानंद को पता था कि यह मकान ज्वैलर्स कारोबारी का है, जिनके घर बड़ी मात्रा में जेवर और नकदी हो सकती है। इसकी जानकारी उसने अपने बहनोई बाबू सिंह और मौसेरे भाई धीरज को देते हुए उन्हें भोपाल बुलाया। तीनों ने करीब एक सप्ताह तक ज्वैलर्स के बंगले की रैकी की। बुधवार को जैसे ही उन्हें पता चला कि मकान में महिला अकेली हैं, ठीक उसी समय उन्होंने वारदात को अंजाम दिया। हालांकि वे लूट की इस रकम को लेकर शहर से भागने में सफल नहीं हो पाए क्योंकि सामने वाले बंगले के चौकीदार ने हिम्मत दिखाते हुए मुख्य आरोपी को पकड़ लिया, जिसके कारण पूरे मामले का खुलासा हो गया।

किसी करीबी के भी शामिल होने का शक

कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा के अनुसार रात के वक्त वारदात के बाद पुलिस को एक करोड़ से ज्यादा की लूट की सूचना दी गई थी। पुलिस को शक है कि इस वारदात में धनवानी परिवार का कोई बेहद नजदीकी भी शामिल है, जिसे घर की हर एक गतिविधि की पूरी जानकारी रहती है। उसने ही ये सूचना इन बदमाशों को दी थी। आरोपी लूट के बाद शहर से भागने की फिराक में थे, लेकिन उससे पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गए।

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