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असमंजस: क्षेत्र में समय दें या जन आक्रोश यात्रा में जाएं

रूट तय करने में देरी: कई प्रभारी चाहते हैं कि वे अभी अपने क्षेत्र में ही रहें क्योंकि वे खुद विस चुनाव लड़ने वाले हैं

भोपाल। कांग्रेस चुनाव अभियान समिति ने निर्णय लिया है कि पार्टी प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से जन आक्रोश यात्राएं निकालेगी। इन यात्राओं का नेतृत्व अलग-अलग अंचल के नेता तय करेंगे। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की टीम देर रात तक यात्रा के रूट तय करने पर मंथन कर रही है। रूट तय करने में सबसे ज्यादा दिक्कत स्थानीय नेताओं के समय को लेकर है। दरअसल यात्राओं का नेतृत्व करने वाले कई नेता खुद चुनाव लड़ने वाले हैं, ऐसे में वे अन्य क्षेत्रों में ज्यादा समय देंगे तो उनके विधानसभा क्षेत्रों में कम समय दे पाएंगे।

प्रदेश कांग्रेस की चुनाव अभियान की बैठक में तय किया गया है कि प्रदेश कांग्रेस के सात बड़े नेता जन आक्रोश यात्राओं का नेतृत्व करेंगे। इन यात्राओं के रूट के लिए पीसीसी की खासी मशक्कत कर रही है। उम्मीद की है कि स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के बाद रूट घोषित कर दिया जाएगा। जन आक्रोश यात्राएं 15 सितंबर के बाद निकाली जानी है।

मांग: वरिष्ठ नेताओं को दें कमान क्योंकि चुनाव लड़ेंगे नहीं

कांग्रेस ने कांतिलाल भूरिया, डॉ. गोविंद सिंह, सुरेश पचौरी, अजय सिंह, अरुण यादव, कमलेश्वर पटेल और जीतू पटवारी अलग-अलग क्षेत्रों से जन आक्रोश यात्राओं का नेतृत्व करेंगे। कांतिलाल भूरिया, डॉ. गोविंद सिंह, कमलेश्वर पटेल और जीतू पटवारी विधायक हैं। कांग्रेस सूत्रों की मानें तो सिर्फ विधायक कांतिलाल भूरिया की जगह उनके पुत्र विक्रांत भूरिया प्रत्याशी हो सकते हैं। पूर्व मंत्री सुरेश पचौरी और अरुण यादव को छोड़कर अन्य सभी का चुनाव लड़ना तय है। उधर, अजय सिंह भी चुरहट से प्रत्याशी होंगे। इस स्थिति में यह मांग भी की गई कि वरिष्ठ नेता चुनाव नहीं लड़ने वाले हैं, उन्हें यात्राओं की कमान दी जाए।

जन आक्रोश यात्रा के रूट और तिथियों को लेकर हमारी स्थानीय और वरिष्ठ नेताओं से बातचीत चल रही है। यात्राएं हर विधानसभा क्षेत्र से होकर गुजरेंगी। हमारे सभी नेता इन यात्राओं को लेकर उत्साहित हैं। जल्दी ही यात्राओं का रूट घोषित किया जाएगा। -केके मिश्रा, अध्यक्ष पीसीसी मीडिया विभाग

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