राष्ट्रीय

National Herald Case : सोनिया और राहुल गांधी को ED का नोटिस, 8 जून को पूछताछ के लिए बुलाया

नेशनल हेराल्ड केस में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को नोटिस जारी किया है। ED ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में राहुल गांधी को 2 जून को पूछताछ के लिए बुलाया है और सोनिया गांधी को 8 जून को पेश होने के लिए कहा है। सूत्रों के मुताबिक, राहुल ने बाहर होने का हवाला देकर अभी समय मांगा है।

तानाशाह सरकार डर गई है : कांग्रेस

कांग्रेस ने नोटिस जारी होने पर केंद्र सरकार पर हमला बोला और कहा कि कहा कि पार्टी और उसका नेतृत्व डरने और झुकने वाले नहीं है। प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि तानाशाह सरकार डर गई है, इसलिए बदले की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार बदले की भावना में अंधी हो गई है।

BJP अध्यक्ष जेपी नड्‌डा ने कसा तंज

भोपाल में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोनिया और राहुल गांधी को ED के नोटिस भेजने पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि चेहरा गड़बड़ है और वे आईना साफ कर रहे हैं। कभी आपने देखा है कि कोई मुजरिम बोले कि मैं बेईमान हूं। राहुल गांधी ना तो इंडियन, ना नेशनल, ना कांग्रेस के रह गए हैं। कांग्रेस तो भाई-बहन की पार्टी है। वह तो लंदन जाकर बोलते हैं।

कांग्रेस ने दिए ये तथ्य

  • भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने साल 1937 में स्थापित नेशनल हेराल्ड अखबार चलाने वाली कंपनी, एसोशिएटेड जर्नल्स लिमिटेड को लगभग 10 साल वक्त में, लगभग 100 किश्तों में चेक द्वारा अपनी देनदारी के भुगतान के लिए 90 करोड़ रुपए की राशि दी।
  • इसमें से 67 करोड़ का इस्तेमाल नेशनल हेराल्ड ने अपने कर्मचारियों की बकाया सैलरी देने में किया। बाकी पैसा बिजली भुगतान, किराया, भवन आदि पर खर्च किया गया।
  • नेशनल हेराल्ड अखबार आय के अभाव में कर्ज चुकाने में सक्षम नहीं था, इसलिए इसकी एवज में असोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड के शेयर ‘यंग इंडिया’ को दे दिए गए थे। जो कि कानून में एक ‘नॉट फॉर प्रॉफिट’ कंपनी है।
  • मतलब यंग इंडिया की मैनेजिंग कमिटी के सदस्य (सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मोतीलाल वोरा) थे। ये लोग किसी प्रकार का मुनाफा, डिवीडेंड, तनख़्वाह या कोई वित्तीय फायदा इससे नहीं ले सकते थे। इसके साथ ही मैनेजिंग कमिटी यंग इंडिया के शेयर को भी नहीं बेच सकती।
  • इसका मतलब, यंग इंडिया से एक पैसे का ना वित्तीय लाभ लिया जा सकता और ना ही इसके शेयर को बेचा जा सकता। कांग्रेस ने कहा कि ऐसा इसलिए था क्योंकि पार्टी नेशनल हेराल्ड, एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड और यंग इंडिया को केवल कांग्रेस पार्टी नहीं, बल्कि देश की धरोहर मानते हैं।
  • साल 2013-14 में सुब्रमण्यम स्वामी ने कांग्रेस पार्टी द्वारा नेशनल हेराल्ड को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा कर्ज देने को लेकर एक प्राईवेट कंप्लेंट अदालत में दायर की, जो आज भी विचाराधीन है। कांग्रेस का कहना है कि याचिका को लेकर झूठ बोला गया।
  • कांग्रेस के मुताबिक, कोर्ट में कुछ नहीं होने पर अब साढ़े सात साल के बाद ED द्वारा उस प्राइवेट कंप्लेंट के आधार पर केस दर्ज किए गए हैं।

ये भी पढ़ें- LPG Cylinder Price: महीने के पहले दिन ही महंगाई से राहत! 19 किलो वाला कमर्शियल गैस सिलेंडर हुआ सस्ता; जानें नए रेट

संबंधित खबरें...

Back to top button