राष्ट्रीय

रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने भारत की तारीफ में पढ़े कसीदे, तेल सप्लाई करने पर दिया ये जवाब

रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से नई दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने द्विपक्षीय वार्ता की। इस दौरान भारत के विदेश मंत्री ने कहा कि कई क्षेत्रों में हमारे द्विपक्षीय संबंध लगातार बढ़ रहे हैं। हमारी बैठक महामारी के अलावा एक कठिन अंतर्राष्ट्रीय वातावरण में हुई है। भारत हमेशा कूटनीति के जरिए विवादों को सुलझाने के पक्ष में रहा है।

‘हमने अपने द्विपक्षीय संदर्भ को बढ़ाया है’

रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि भारत और रूस स्ट्रैटेजिक भागीदारी विकसित करते रहे हैं और ये हमारी प्राथमिकता रही है। हम निश्‍चित रूप से विश्‍व व्‍यवस्‍था में संतुलन बनाने में रुचि रखते हैं। आगे उन्होंने कहा कि हमने अपने द्विपक्षीय संदर्भ को बढ़ाया है। हमारे राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को शुभकामनाएं भेजी हैं।

‘भारत जो भी चाहे हम वो सप्लाई करने को तैयार’

रूसी विदेश मंत्री ने भारत में तेल सप्लाई को लेकर कहा कि हम भारत को किसी भी सामान की आपूर्ति करने के लिए तैयार हैं। जो वे हमसे खरीदना चाहता है। हम चर्चा के लिए तैयार हैं। लावरोव ने कहा कि रूस और भारत के बीच बहुत अच्छे संबंध हैं।

यूक्रेन संकट के बाद रूस ने भारत को तेल सप्लाई करने का ऑफर दिया था। इसे लेकर जब सर्गेई लावरोव से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अगर भारत हमसे कुछ भी खरीदना चाहता है तो हम चर्चा के लिए तैयार हैं और दोनों आपसी सहयोग की तरफ आगे बढ़ेंगे।

अमेरिकी चेतावनी के बीच रूस का ऐलान

रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से जब पूछा गया कि क्या भारत पर अमेरिकी दबाव भारत-रूस संबंधों को प्रभावित करेगा ? सर्गेई लावरोव ने कहा कि मुझे कोई संदेह नहीं है कि कोई दबाव हमारी साझेदारी को प्रभावित नहीं करेगा। वे (अमेरिका) दूसरों को अपनी राजनीति का पालन करने के लिए मजबूर कर रहे हैं।

‘यूक्रेन में युद्ध नहीं, विशेष ऑपरेशन चल रहा है’

यूक्रेन में युद्ध के विकास के बारे में पूछे जाने पर सर्गेई लावरोव ने कहा कि आपने इसे (रूस-यूक्रेन संकट) युद्ध कहा जो सच नहीं है। ये एक विशेष ऑपरेशन है, सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया जा रहा है। हमारा उद्देश्य कीव शासन को रूस के लिए किसी भी खतरे को पेश करने की क्षमता के निर्माण से वंचित करना है।

‘हम सभी क्षेत्रों में अपने सहयोग को बढ़ावा दे रहे’

रूसी विदेश मंत्री से जब पूछा गया कि वे सुरक्षा चुनौतियों के मामले में भारत का समर्थन कैसे कर सकते हैं ? इस पर सर्गेई लावरोव ने जवाब दिया कि बातचीत उन संबंधों की विशेषता है जो हमने कई दशकों तक भारत के साथ विकसित किए हैं। संबंध रणनीतिक साझेदारी हैं। ये वो आधार था जिस पर हम सभी क्षेत्रों में अपने सहयोग को बढ़ावा दे रहे हैं।

दो दिवसीय दौर पर भारत आए हैं रूसी विदेश मंत्री

रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव गुरुवार को दो दिन के भारत दौरे पर आए हैं। बता दें कि यूक्रेन पर हमले के बाद उनका ये पहला भारत दौरा है। शुक्रवार को सर्गेई लावरोव भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से मिले। दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच यूक्रेन, अफगानिस्तान, ईरान, इंडो-पैसिफिक, आसियान और भारतीय उप महाद्वीप में घटनाक्रमों और द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा हुई।

ये भी पढ़ें- आज से क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली कमाई पर देना होगा 30% टैक्स, जानिए आप पर कैसे पड़ेगा असर

संबंधित खबरें...

Back to top button