
राजकोट। गुजरात के राजकोट में टीआरपी (TRP) गेम जोन में भीषण आग लगने से 12 बच्चों समेत 27 लोगों की मौत हो गई है। 25 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। हालांकि, मरने वालों का बढ़ने की आशंका जताई जा रही है, क्योंकि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि आग लगने के वक्त गेम जोन में कितने लोग मौजूद थे। वहीं हादसे के बाद राजकोट पुलिस ने ‘गेम जोन’ के मालिक और प्रबंधक को हिरासत में ले लिया। सरकार ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया है।
गुजरात के राजकोट शहर के कालावड रोड पर स्थित TRP गेम जोन में शनिवार शाम 4.30 बजे भीषण आग लग गई थी। 3 घंटे की मशक्कत के बाद फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाया।
गेम जोन में था 3500 लीटर डीजल-पेट्रोल
गेम जोन में आग लगने के कारणों में यह भी सामने आया है कि, गेम जोन में करीब 3500 लीटर डीजल-पेट्रोल स्टोर करके रखा गया था। 1500 से 2000 लीटर डीजल जनरेटर के लिए और गो कार रेसिंग के लिए 1000 से 1500 लीटर पेट्रोल स्टोर किया हुआ था। साथ ही इसका डोम भी कपड़े और फाइबर से बना था। जिसकी वजह से आग इतनी फैली और पूरा स्ट्रक्चर जल कर खाक हो गया। गेम जोन से बाहर निकलने और प्रवेश के लिए 6 से 7 फीट का एक ही रास्ता था। एंट्री के लिए शनिवार (25 मई) को 99 रुपए की स्कीम थी, जिसकी वजह से हादसे के वक्त गेम जोन में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
गेमिंग जोन को नहीं मिला था NOC
राजकोट गेम जोन दुर्घटना मामले में कलेक्टर ने कहा कि, आग इलेक्ट्रिक कारणों से लगी थी। टीआरपी गेम जोन के पास फायर NOC तक नहीं थी। राजकोट पुलिस कमिश्नर राजू भार्गव ने बताया कि, टीआरपी गेम जोन के मालिक और मैनेजर सहित दो अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। सरकार ने जांच के लिए एसआईटी गठित की है।
मृतकों की पहचान के लिए DNA टेस्ट होगा
प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि मृतकों की संख्या अभी और भी बढ़ सकती है। घटना में शव इतनी बुरी तरह झुलस गए हैं कि उनकी शिनाख्त कर पाना मुश्किल है। बताया जा रहा है कि शवों की पहचान के लिए DNA टेस्ट कराया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने भी जताया दुख
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इश घटना पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया “X” पर लिखा कि वे इस हादसे से व्यथित हैं । उन्होंने इस हादसे में मृतकों के परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं जताते हुए घायलों के प्रति गहरी संवेदनाएं जताई हैं। प्रधानमंत्री ने हादसे को लेकर गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल से भी बात कर राहत और बचाव कार्यों की जानकारी ली।
गुजरात में हुए बड़े हादसे
- मई 2019 : तक्षशिला कांड, जिसमें 22 स्टूडेंट्स की मौत हुई थी।
- अक्टूबर 2022 : मोरबी स्थित झूलता पुल टूटने से 140 लोगों की मौत हुई थी।
- जनवरी 2024 : वडोदरा में हरनी दुर्घटना में 14 लोगो की मौत हुई थी।
- मई 2024 : राजकोट के गेमिंग जोन में आग लगने से 27 लोगों की मौत हुई।
2 Comments