
भारत का रत्न और स्वर कोकिला कहलाने वाली प्रसिद्ध गायिका लता मंगेशकर का 92 साल की उम्र में निधन हो गया है। लता मंगेशकर के निधन पर दो दिवसीय राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है। इसके साथ ही सम्मान के रूप में दो दिनों तक राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। लता मंगेशकर का अंतिम संस्कार आज शिवाजी पार्क में होगा।
आज शाम किया जाएगा अंतिम संस्कार
लता मंगेशकर का पार्थिव शरीर आज उनके पेडार रोड स्थित आवास प्रभु कुंज में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक रखा जाएगा। इसके बाद शिवाजी पार्क में पूरे राजकीय सम्मान के साथ आज शाम 6.30 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
इस वजह से हुई लता जी की मृत्यु
डॉक्टर्स के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक लता मंगेशकर की मौत मल्टीपल ऑर्गन फेलियर की वजह से हुई है।
PM मोदी : मेरी पीड़ा शब्दों से परे…
पीएम मोदी ने कहा, मेरी पीड़ा शब्दों से परे है। दयालु और देखभाल करने वाली लता दीदी हमें छोड़कर चली गईं। वे हमारे देश में एक खालीपन छोड़ गई है, जिसे भरा नहीं जा सकता। आने वाली पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति के एक दिग्गज के रूप में याद रखेंगी। उन्होंने दशकों तक भारतीय फिल्म जगत के बदलावों को करीब से देखा। वह हमेशा एक मजबूत और विकसित भारत देखना चाहती थी।
जर्मन राजदूत ने लता मंगेशकर को बताया “संगीत की संस्थान”
भारत और भूटान में जर्मन राजदूत, वॉल्टर जे. लिंडर ने ट्विटर पर लिखा, “मेरी आवाज़ ही, पहचान है.. गर याद रहे। भारत की कोकिला लता मंगेशकर गायिका और संगीत प्रतिभा का 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया। एक लीजेंड, एक अपूरणीय आवाज और 7 दशकों से संगीत की एक संस्था! बहुत ही दुखद समाचार..उनकी विरासत हमेशा जीवित रहेगी।”
दो साल से घर से नहीं निकली, फिर कैसे हुआ कोरोना?
जानकारी के मुताबिक लता जी लगभग दो साल से घर से नहीं निकली थीं। बढ़ती उम्र और गिरती सेहत के कारण वे अपने कमरे में ही ज्यादा समय गुजारती थीं। लेकिन उनके घर के एक स्टाफ मेंबर की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद 8 जनवरी को उनकी भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया। उन्होंने कोरोना और निमोनिया दोनों से 29 दिन तक एक साथ जंग लड़ी।