
कटनी। मध्य प्रदेश में रिश्वतखोरी के मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। वहीं ताजा मामला बुधवार को कटनी जिले से सामने आया है। यहां जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने बरही नगर परिषद के सहायक राजस्व निरीक्षक को 12 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी एक युवक से पीएम आवास योजना में आवास स्वीकृत कराने के बदले रिश्वत की मांग की थी। ये पूरी कार्रवाई बरही नगर परिषद पर की गई।
क्या है मामला ?
जबलपुर लोकायुक्त के अनुसार, फरियादी भीम प्रसाद कचैर निवासी छिंदिया टोला वार्ड नंबर 12 बरही ने पत्नी के नाम से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास स्वीकृत होने के लिए नगर परिषद में आवेदन लगाया था। योजना के तहत मकान स्वीकृत करने के एवज में अक्षय जोशी सहायक राजस्व निरीक्षक नगर परिषद बरही ने भीम से 15 हजार रुपए रिश्वत मांगी गई थी। लेकिन, सौदा 12 हजार रुपए में तय हुआ। इसकी शिकायत पीड़ित ने जबलपुर लोकायुक्त में पहुंचकर एसपी से की थी।
लोकायुक्त ने रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा
लोकायुक्त एसपी ने शिकायत का सत्यापन कराया और घटना में सही पाए जाने के बाद बुधवार को डीएसपी दिलीप झरबड़े के नेतृत्व में टीम कटनी के बरही भेजी। इस दौरान टीम के सदस्यों ने आवेदक को पैसे देकर सहायक राजस्व निरीक्षक के पास भेजा। जैसे ही नगर परिषद कार्यालय के सामने आवेदक ने सहायक राजस्व निरीक्षक को रिश्वत के 12 हजार रुपए दिए, तभी लोकायुक्त की टीम ने आरोपी को रंगे हाथों दबोच लिया।
आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की गई
लोकायुक्त की कार्रवाई होते ही नगर परिषद कार्यालय में हड़कंप मच गया। लोकायुक्त टीम आरोपी को नगर परिषद के कार्यालय लेकर गई है, जहां पर आरोपित सहयाक निरीक्षक के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत आवश्यक कार्रवाई की गई है।
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