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केंद्र सरकार पर राहुल का सबसे बड़ा वार : आपने मणिपुर में भारत माता की हत्या की, आप देशद्रोही हो; मोदी की तुलना रावण से की

नई दिल्ली। संसद के मानूसन सत्र में मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का आज दूसरा दिन है। राहुल गांधी ने अविश्वास प्रस्ताव पर स्पीच के दौरान कहा कि, केंद्र की मोदी सरकार ने मणिपुर में भारत माता की हत्या की। मणिपुर को दो भागों में बांट दिया। पीएम मोदी देशप्रेमी नही, देषद्रोही हैं। वहीं इसके जवाब में स्मृति ईरानी ने कहा कि, मणिपुर देश का अंग है। पहली बार राष्ट्र के इतिहास में भारत माता की हत्या की बात कही गई। कांग्रेस पार्टी यहां पर तालियां बजाती रही।

इनका इतिहास खून से सना- ईरानी

स्मृति ईरानी ने कहा, इनका इतिहास खून से सना है। ये लोग चाहते हैं कि मणिपुर में चर्चा हो। हमारे नेताओं ने कहा कि हम चर्चा के लिए तैयार हैं। भागे ये, हम नहीं। भागने के पीछे कारण क्या, गृह मंत्री जब बोलने लगेंगे, ये लोग मौन साध लेंगे।

स्मृति ईरानी ने कहा, ये लोग मौन थे, कई चीजों पर, आज भी मौन हैं। अंतर्राष्ट्रीय रिपोर्ट कहती है, इनके करप्शन की वजह से जीडीपी पर 9% असर होगा, लेकिन ये चुप थे। यूपीए की सरकार को 2005 में ये ज्ञात हो गया था कि खुले में शौच होने की वजह से महिलाओं का रेप हो रहा है, फिर भी ये चुप थे।

स्मृति ईरानी ने दिया जवाब- मणिपुर देश का अंग है

स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी के बयान का जवाब देते हुए कहा, सबसे पहले आपकी पीठ पर आपके आसन पर जिस प्रकार का आक्रामक व्यवहार देखा, उसका मैं खंडन करती हूं। पहली बार राष्ट्र के इतिहास में भारत माता की हत्या की बात कही गई। कांग्रेस पार्टी यहां पर तालियां बजाती रही। जो भारत की हत्या पर ताली पीटी, इस बात का संकेत पूरे देश को दिया कि मन में गद्दारी किसके है? मणिपुर खंडित नहीं है, विभाजित नहीं है। देश का हिस्सा है, देश का अंग है।

आपने भारत माता की हत्या की : राहुल गांधी

राहुल ने कहा, जैसे मैंने भाषण की शुरुआत में बोला भारत एक आवाज है। भारत हमारी जनता की आवाज है। दिल की आवाज है। उस आवाज की हत्या आपने मणिपुर में की। इसका मतलब आपने भारत माता की हत्या मणिपुर में की। आपने मणिपुर के लोगों को मारकर भारत माता की हत्या की। आप द्रेशप्रेमी नहीं, देशद्रोही हो। इसलिए आपके पीएम मणिपुर में नहीं जा सकते हैं, क्योंकि उन्होंने हिंदुस्तान की हत्या की है। भारत माता की हत्या की है। आप भारत माता के रखवाले नहीं हो, आप भारत माता के हत्यारे हो।

आप पूरे देश को जलाने में लगे हो : राहुल गांधी

पीएम मोदी अपने दिल की बात नहीं सुनते तो किसकी बात सुनते हैं, सिर्फ दो लोगों की बात सुनते हैं। रावण दो लोगों की सुनता था, मेघनाथ और कुंभकर्ण। उसी तरह मोदी सिर्फ दो लोगों की सुनते हैं, अमित शाह और अडाणी। लंका को हनुमान ने नहीं जलाया था, अहंकार ने जलाया था। राम ने रावण को नहीं मारा था, अहंकार ने उसे मारा था। आप पूरे देश में केरोसिन फेंक रहे हो, आप हरियाणा को जला रहे हो, आप पूरे देश को जलाने में लगे हो।

राहुल बोले- इन्होंने मणिपुर में हिंदुस्तान की हत्या की

राहुल ने कहा, कुछ दिन पहले मणिपुर गया लेकिन हमारे पीएम नहीं गए। क्योंकि उनके लिए मणिपुर भारत नहीं है। मणिपुर की सच्चाई है कि मणिपुर नहीं बचा है, आपने मणिपुर को दो भागों में बांट दिया है। तोड़ दिया है। मैं राहत शिविरों में गया हूं, मैंने वहां महिलाओं से बात की।

एक महिला से मैंने पूछा- बहन आपके साथ क्या हुआ? उसने कहा- उसने कहा, मेरा छोटा सा बेटा, एक ही बेटा था। मेरे आंखों के सामने उसको गोली मारी गई। मैं पूरी रात उसकी लाश के साथ लेटी रही। फिर मुझे डर लगा, मैंने अपना घर छोड़ दिया। मैंने महिला से पूछा कुछ तो लाईं होंगी। उन्होंने कहा कि सिर्फ कपड़े और एक फोटो है।

राहुल गांधी ने कहा, एक और उदाहरण दूसरे कैंप में एक महिला मेरे पास आई। मैंने उससे पूछा, तुम्हारे साथ क्या हुआ? जैसे ही मैंने उससे ये सवाल पूछा, वैसे ही एक सेकंड में वह कांपने लगी। उसने अपनी दिमाग में वह दृश्य देखा और वह बेहोश हो गई। ये सिर्फ दो उदाहरण दिए हैं। इन्होंने मणिपुर में हिंदुस्तान की हत्या की है। इन्होंने मणिपुर में हिंदुस्तान को मारा है। हिंदुस्तान का मणिपुर में कत्ल किया है, मर्डर किया है।

राहुल ने स्पीकर से मांगी माफी

राहुल गांधी ने कहा, स्पीकर महोदय मैं आपसे माफी मांगना चाहता हूं। मैंने पिछली बार अडाणी के मुद्दे पर जोर से बोला था। उससे सीनियर नेता को कष्ट हुआ, लेकिन आपको अब डरने की जरूरत नहीं है। आज मैं अडाणी पर नहीं बोलूंगा। मेरा भाषण आज दूसरी दिशा में जा रहा है। रूमी ने कहा था- जो शब्द दिल से आते हैं, वो शब्द दिल में जाते हैं। तो आज मैं दिमाग से नहीं दिल से बोलना चाहता हूं और मैं आप लोगों पर इतना आक्रमण नहीं करूंगा। एक दो गोले जरूर मारूंगा, आप लोग रिलेक्स कर सकते हैं।

इस दिन जवाब दे सकते हैं पीएम मोदी

कांग्रेस समेत विपक्षी गठबंधन में शामिल पार्टियां दलील दे रहीं हैं कि, मणिपुर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी तुड़वाने के लिए यह अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है। 20 जुलाई को संसद का मानसून सत्र शुरू हुआ था, तब से लेकर अब तक विपक्षी गठबंधन मणिपुर के मुद्दे पर संसद में पीएम मोदी के बयान की मांग कर रहा है। ऐसे में चर्चा के तीसरे दिन 10 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अविश्वास प्रस्ताव पर बहस का जवाब दे सकते हैं।

लोकसभा में 3 दिन चलेगी चर्चा

लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर यह चर्चा तीन दिन चलेगी, 8 अगस्त दोपहर 12 बजे शुरू से हुई चर्चा 6 घंटे तक चली। कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने इसकी शुरुआत की थी, उन्होंने कहा कि प्रस्ताव लाने का मकसद पीएम का मौन तोड़ना है। वहीं भाजपा की तरफ से निशिकांत दुबे ने कहा कि, सोनिया गांधी का एक ही मकसद है- बेटे को सेट करना और दामाद को भेंट करना।

10 अगस्त तक दोपहर 12 बजे शुरू होकर शाम 7 बजे तक लोकसभा में चर्चा चलेगी। आखिरी दिन 10 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब दे सकते हैं। पीएम मोदी मणिपुर हिंसा के साथ-साथ अन्य मुद्दों पर भी अपनी बात रख सकते हैं।

दूसरा अविश्वास प्रस्ताव

बता दें कि नरेंद्र मोदी सरकार को अपने दूसरे अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ रहा है। उनके खिलाफ पहला अविश्वास प्रस्ताव जुलाई 2018 में लाया गया था। तब राहुल गांधी का आंख झपकाने और पीएम की सीट पर जाकर उन्हें गले लगाने की कोशिश करने का घटनाक्रम चर्चा में रहा था।

ये हैं विपक्ष के मुद्दे

विपक्ष ने ‘INDIA’ गठबंधन बनाकर मोदी सरकार के खिलाफ इस बार मजबूत मोर्चा बनाने की तैयारी में है। विपक्ष के नेता मुख्य रूप से मणिपुर हिंसा के बहाने महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा, केंद्रीय जांच एजेंसियों के राजनीतिक इस्तेमाल, विपक्षशासित राज्यों में राज्यपालों की राज्य सरकारों के खिलाफ नकारात्मक रवैया और देश में सांप्रदायिक सद्भाव के कथित तौर पर लगातार खराब होने के मुद्दे पर सरकार को घेरेगी। इनमें सबकी निगाहें खासतौर से राहुल गांधी के भाषण पर होगी।

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