
बेंगलुरू। खेल के हर विभाग में पश्चिम क्षेत्र को पछाड़ते हुए दक्षिण क्षेत्र ने रविवार को दलीप ट्राफी चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम कर लिया। पश्चिम क्षेत्र के कप्तान प्रियांका पंचाल (95) ने हार को टालने की पुरजोर कोशिश की मगर वासुकी कौशिक (36 रन पर चार विकेट) और साई किशोर (57 रन पर चार विकेट) की घातक गेंदबाजी के आगे उनकी टीम धराशायी हो गई। दक्षिण क्षेत्र ने 14वीं बार दलीप ट्रॉफी का खिताब जीता है।
इस जीत के साथ उसने पश्चिम क्षेत्र से पिछले साल मिली हार का बदला भी चुकता कर दिया। पिछले साल फाइनल में पश्चिम क्षेत्र ने दक्षिण क्षेत्र को 294 रन से हराया था। रविवार को दक्षिण क्षेत्र को जीत के लिए पांच विकेट की दरकार थी, जिसमें सबसे बड़ी बाधा अंगद की तरह क्रीज पर पांव जमाए पांचाल थे। कवरप्पा ने हालांकि यह बाधा जल्द दूर कर दी, जब उनकी गेंद पर पांचाल विकेट के पीछे लपक लिए गए। बाकी का काम साई किशोर ने एक के बाद एक विकेट चटकाते हुए पूरा कर दिया।
अतीत सेठ (9) और धर्मेंद्रसिंह जडेजा (15) ने आठवें विकेट के लिए 23 रन जोड़े, लेकिन वह हार को टालने में विफल रहे। दक्षिण क्षेत्र ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 213 रन बनाए थे, जिसके जवाब में पश्चिम की पहली पारी 146 रनों पर सिमट गई थी। 67 रन की लीड के साथ दक्षिण के बल्लेबाजों ने दूसरी पारी शुरू की और 230 रन बना कर पश्चिम को जीत के लिए 298 रनों का लक्ष्य दिया।