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दिल्ली में मिला Monkeypox का पांचवां केस, LNJP अस्पताल में कराया गया भर्ती; देश में अब तक 10 मामले

देश की राजधानी दिल्ली में मंकीपॉक्स का एक और मामला सामने आया है। दिल्ली में अब मंकीपॉक्स के 5 मामले मिल चुके हैं, जिनमें से एक मरीज ठीक हो चुका है। 22 साल की संक्रमित युवती को दिल्ली स्थित एलएनजीपी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं अब देश में मंकीपॉक्स से संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 10 हो गई है।

दिल्ली के अस्पताल में 4 मरीज भर्ती

लोकनायक अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. सुरेश कुमार के मुताबिक, मंकीपॉक्स से संक्रमित पाई गई महिला मूल रूप से अफ्रीका निवासी है। लक्षण मिलने के बाद महिला के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे, जो पॉजिटिव आए हैं। उन्होंने कहा कि महिला की स्थिति बेहतर है।

दिल्ली में मिले 5 मामलों में से एक मरीज को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। वहीं अब अस्पताल में मंकीपॉक्स के 4 मरीज भर्ती हैं, इनमें 2 महिला और दो पुरुष शामिल हैं। चारों मरीज की स्थिति बेहतर है।

देश में अब तक मंकीपॉक्स के 10 केस

देश में अब तक मंकीपॉक्स के 10 केस सामने आ चुके हैं। इनमें से 5 मरीज केरल में और 5 दिल्ली में मिला है।

  • केरल में 14 जुलाई को मिला पहला मरीज दूसरे देश (यूएई) से भारत आया था। तेज बुखार और शरीर में तेज दर्द की शिकायत थी। इसके साथ ही शरीर पर छाले थे। जो अब ठीक हो गया है।
  • केरल में 18 जुलाई को मिला दूसरा मरीज भी दूसरे देश (दुबई) से भारत आया था। मरीज दो महीने पहले ही भारत लौट गया था, लेकिन मंकीपॉक्स के लक्षण उसमें बाद में देखने को मिले।
  • केरल में 22 जुलाई को मिला तीसरा मरीज 6 जुलाई को यूएई से लौटा था। 13 जुलाई को उसमें लक्षण दिखाई देने पर जांच की गई थी।
  • दिल्ली में मिले चौथे मरीज (उम्र 31 वर्ष) ने विदेश यात्रा नहीं की थी, लेकिन घरेलू यात्रा जरूर की थी।
  • केरल में मिला पांचवां मरीज (उम्र 22 वर्ष) 21 जुलाई को यूएई से लौटा था। यूएई छोड़ने से एक दिन पहले ही उसकी टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थी। 27 जुलाई को उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जिसकी 30 जुलाई को मौत हो गई।
  • दिल्ली में 1 अगस्त को मिला छठवां मरीज (उम्र 35 वर्ष) नाइजीरिया का रहने वाला है, फिलहाल दिल्ली में है। यह हाल में कहीं विदेश यात्रा पर भी नहीं गया था।
  • केरल में 2 अगस्त को मिला सातवां मरीज (उम्र 30 वर्ष) 27 जुलाई को लौटा था। लक्षण पाए जाने के बाद उसे आइसोलेट कर दिया गया था। केरल में यह पांचवां मामला है।
  • दिल्ली में 2 अगस्त को मिला आठवां मरीज (उम्र 35 वर्ष) नाइजीरिया का रहने वाला है। यह हाल में कहीं विदेश यात्रा पर भी नहीं गया था।
  • दिल्ली में 3 अगस्त को मिला 9वां मरीज (उम्र 31 वर्ष) नाइजीरिया की रहने वाली है। देश में मंकीपॉक्स से पॉजिटिव होने वाली ये पहली महिला है। सूत्रों के मुताबिक, हाल ही में महिला के विदेश यात्रा के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
  • दिल्ली में 13 अगस्त को मिले 10वे मरीज (उम्र 22 वर्ष) की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। देश में मंकीपॉक्स से पॉजिटिव होने वाली ये दूसरी महिला है। संक्रमित पाई गई महिला मूल रूप से अफ्रीका निवासी है।

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क्या है मंकीपॉक्स?

  • मंकीपॉक्स एक दुर्लभ और गंभीर वायरल बीमारी है। यह बीमारी एक ऐसे वायरस की वजह से होती है, जो स्मॉल पॉक्स यानी चेचक के वायरस के परिवार का ही सदस्य है।
  • अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (CDC) के मुताबिक, पहली बार ये बीमारी 1958 में सामने आई थी। तब रिसर्च के लिए रखे गए बंदरों में ये संक्रमण मिला था। इन बंदरों में चेचक जैसी बीमारी के लक्षण दिखे थे। इसलिए इसका नाम मंकीपॉक्स रखा गया है।
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, इंसानों में मंकीपॉक्स का पहला मामला 1970 में सामने आया था। तब कॉन्गो के रहने वाले एक 9 साल के बच्चे में ये संक्रमण मिला था। 1970 के बाद 11 अफ्रीकी देशों में इंसानों के मंकीपॉक्स से संक्रमित होने के मामले सामने आए थे।
  • दुनिया में मंकीपॉक्स का संक्रमण अफ्रीका से फैला है। 2003 में अमेरिका में मंकीपॉक्स के मामले सामने आए थे। सितंबर 2018 में इजरायल और ब्रिटेन में मंकीपॉक्स के मामले सामने आए थे। मई 2019 में सिंगापुर में भी नाइजीरिया की यात्रा कर लौटे लोगों में मंकीपॉक्स की पुष्टि हुई थी।
  • मंकीपॉक्स को लेकर इंग्लैंड की एजेंसी यूके हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी (UKHSA) ने कहा है कि अब मंकीपॉक्स का वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में ट्रांसफर होने लगा है।

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क्या हैं इसके लक्षण?

  • मंकी पॉक्स के शुरुआती लक्षण फ्लू जैसे होते हैं। इनमें बुखार, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, कमर दर्द, कंपकंपी छूटना, थकान और सूजी हुई लिम्फ नोड्स शामिल हैं।
  • मंकीपॉक्स वायरस का इन्क्यूबेशन पीरियड 5 से 21 दिन तक का हो सकता है। इन्क्यूबेशन पीरियड का मतलब ये होता है कि संक्रमित होने के बाद लक्षण दिखने में कितने दिन लगे।
  • मंकीपॉक्स शुरुआत में चिकनपॉक्स, खसरा या चेचक जैसा दिखता है।
  • बुखार होने के एक से तीन दिन बाद त्वचा पर इसका असर दिखना शुरू होता है। शरीर पर दाने निकल आते हैं। ये दाने घाव जैसे दिखते हैं और खुद सूखकर गिर जाते हैं।

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