जबलपुर। शहर के कपड़ा व्यापारी सुभाष जैन की बेटी अहिंसा जैन ने यूपीएससी में 53वीं रैंक हासिल कर अपना सपना पूरा कर लिया है। अहिंसा वर्तमान में आईआरएस हैं और वे नागपुर की अकादमी में ट्रेनिंग कर रही हैं। अहिंसा को यह सफलता सातवें प्रयास में मिली है। उनका कहना है कि ठान लिया था और ट्रेनिंग के दौरान भी तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ी।
पीपुल्स समाचार से चर्चा के दौरान अहिंसा ने बताया कि 2009 में स्कूल पास आउट होने के बाद उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेली कम्युनिकेशन से बीई किया। इसके बाद वे लगातार यूपीएससी में शामिल होती रहीं। छठवें प्रयास में उन्हें इंडियन रेवेन्यू सर्विसेस के तहत असिस्टेंट कमिश्नर का पद मिला और वे वर्तमान में नेशनल एकेडमी डायरेक्ट टैक्सेस नागपुर में प्रशिक्षण ले रहीं हैं। आईएएस बनने का उनका सपना था और वे अपने पिता सुभाष जैन, माता अर्चना जैन तथा बड़े भाई सॉफ्टवेयर इंजीनियर सुयश जैन को भरोसा भी दिला चुकी थीं। अगस्त में इंटरव्यू के बाद उन्हें परिणाम का इंतजार था, जो शुक्रवार को 53वीं रैंक के रूप में मिला।
रोज करतीं थीं 3 से 4 घंटा पढ़ाई
अहिंसा ने बताया कि 7 साल की लगातार तैयारी के चलते उन्हें पढ़ाई में बहुत ज्यादा दिक्कत नहीं थी। ट्रेनिंग के दौरान 3 से 4 घंटे का समय वे निकालकर रिवीजन और अपडेट लेतीं थीं। कॉलेज के बाद उन्होंने डेढ़ साल बेंगलोर में प्राईवेट जॉब भी किया था। इस सफलता के पीछे वे अपने माता-पिता के अलावा संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर महाराज के आशीर्वाद को श्रेय दे रहीं हैं।