
इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में शनिवार रात कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच टकराव ने हिंसक रूप ले लिया। टैंकर से पानी भरने के मामूली विवाद से शुरू हुई कहासुनी झगड़े में बदल गई, जिसके बाद कांग्रेस के नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने उन्हें उनके घर से हिरासत में लेकर हीरा नगर थाने लाया, जहां प्रारंभिक कार्रवाई के बाद मेडिकल जांच के लिए एमवाय अस्पताल भेजा गया।
इस मामले में रविवार सुबह चिंटू चौकसे की गिरफ्तारी के बाद मामला राजनैतिक विवाद में परिवर्तित हो गया है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हीरा नगर थाने के बाद पलासिया स्थित पुलिस कमिश्नर कार्यालय के बाहर नारेबाजी कर प्रदर्शन भी किया है।
पानी के टैंकर को लेकर हुआ था विवाद
पुलिस के अनुसार, शनिवार रात चिंटू चौकसे और बीजेपी कार्यकर्ता कपिल पाठक के बच्चों के बीच पानी के टैंकर को लेकर विवाद हुआ था। यह बहस देखते ही देखते दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प में बदल गई। आरोप है कि चौकसे ने फावड़े और लोहे की रॉड से कपिल पाठक पर हमला किया, जिससे उनके सिर में गंभीर चोटें आईं। मेडिकल रिपोर्ट में इस हमले की पुष्टि हुई है।
हत्या के प्रयास का प्रकरण दर्ज
इस मामले में क्षेत्रीय एडिशनल डीसीपी राम स्नेही मिश्रा का कहना है कि दोनों पक्षों के बीच पानी का टैंकर खड़े करने को लेकर यह पूरा विवाद शुरू हुआ था। इस मामले में कपिल पाठक और चिंटू चौकसे के परिवार आमने-सामने हो गए थे। कपिल पाठक द्वारा हीरानगर थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। घटना के बाद बीजेपी कार्यकर्ता कपिल पाठक की शिकायत पर चिंटू चौकसे और 8 अन्य लोगों के खिलाफ धारा 307 (हत्या का प्रयास) समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया। पुलिस ने चिंटू चौकसे और सुभाष को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि रोहन, ईशान, राधेश्याम और गौरव सहित 6 आरोपी अभी फरार हैं। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त रामस्नेही मिश्रा ने बताया कि फरार आरोपियों की तलाश जारी है।
कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
चिंटू चौकसे की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव किया और बीजेपी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा, शहर अध्यक्ष सुरजीत चड्ढा, जिला अध्यक्ष सदाशिव यादव, पूर्व विधायक अश्विन जोशी और शोभा ओझा ने पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह से मुलाकात कर आपत्ति जताई। सज्जन वर्मा ने कहा, हम कांग्रेसी भेड़-बकरी नहीं हैं, हमारे नेताओं के साथ अन्याय हो रहा है।
मैं घटनास्थल पर मौजूद ही नहीं था : चिंटू चौकसे
एमवाय अस्पताल में मेडिकल जांच के दौरान चिंटू चौकसे ने मीडिया से बातचीत में कहा, यह अंधेर नगरी चौपट राजा है। मैं घटनास्थल पर मौजूद ही नहीं था। मामूली विवाद को जानबूझकर हत्या के प्रयास में बदल दिया गया। ये जंगलराज नहीं तो और क्या है?
राजनीतिक रंग लेता मामला
नगर निगम में कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष की गिरफ्तारी ने राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है। कांग्रेस ने इसे विपक्षी नेताओं को दबाने की साजिश बताया है। पार्टी ने साफ कहा है कि यदि जल्द निष्पक्ष जांच नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा। फिलहाल, पुलिस चिंटू चौकसे को न्यायालय में पेश करने की तैयारी में जुटी है। वहीं कांग्रेस पार्टी इस कार्रवाई को बदले की राजनीति बता रही है। मामले पर शहर की सियासत गरमा गई है और पुलिस-प्रशासन पर निष्पक्षता को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।