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MP में ‘शिव’ का ‘राज’ या फिर किसी और के सिर सजेगा ताज… तीनों पर्यवेक्षक पहुंचे भोपाल; शाम 4 बजे होगा फैसला, हलचल तेज

भोपाल। मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल की बैठक के लिए पार्टी के संसदीय बोर्ड की ओर से नियुक्त किए गए तीनों पर्यवेक्षक आज भोपाल पहुंच गए हैं। तीनों पर्यवेक्षक हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, पार्टी के ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष के लक्ष्मण और पार्टी सचिव आशा लाकड़ा विशेष विमान से राजधानी भोपाल पहुंचे।

विमानतल पर पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं ने उनका स्वागत किया। तीनों पर्यवेक्षक शाम को होने वाली विधायक दल की बैठक में सम्मिलित होंगे। इसी बैठक में विधायक दल का नेता चुना जाएगा। दल का नेता ही राज्य का अगला मुख्यमंत्री होगा। विधायक दल की बैठक में शामिल होने आए पर्यवेक्षकों की प्रदेश नेतृत्व द्वारा भोपाल एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत की तैयारियां की गईं।

कैलाश विजयर्गीय को महत्वपूर्ण दायित्व मिलने की संभावना

इस बीच नए मुख्यमंत्री के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं मुरैना जिले के दिमनी से नवनिर्वाचित विधायक नरेंद्र सिंह तोमर का नाम भी लिया जा रहा है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं इंदौर एक विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित कैलाश विजयर्गीय को भी महत्वपूर्ण दायित्व दिए जाने की संभावना है। नरसिंहपुर विधायक एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल की दावेदारी भी सामने आई है। बैठक में पूर्व सांसद एवं सीधी से विधायक रीति पाठक, जबलपुर पश्चिम सीट से विधायक राकेश सिंह और गाडरवारा विधायक राव उदय प्रताप सिंह भी मौजूद रहेंगे, जो हाल में लोकसभा की सदस्यता से त्यागपत्र देकर आए हैं।

नई सरकार की तस्वीर होगी साफ

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कुल 230 सीटों में से 163 सीट पर विजय हासिल की है। सोमवार को विधायक दल का नेता चुने जाने के साथ ही राज्य की नई सरकार के गठन को लेकर भी तस्वीर साफ हो जाएगी। सरकार के गठन के दौरान वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में राज्य की सभी 29 सीटों पर पार्टी की जीत के लक्ष्य को ध्यान में रखा जाएगा। इसके लिए जातिगत, राजनीतिक, क्षेत्रीय और अन्य समीकरणों को भी साधने की पूरी संभावना है।

जातीय संतुलन साधने की रणनीति पर हो रहा काम

भाजपा हाईकमान सरकार गठन के साथ ही सीएम पद के दावेदार नेताओं को सम्मानजनक पद देकर साधने की रणनीति पर काम कर रहा है। जातीय समीकरण साधने के लिए दो डिप्टी सीएम तैनात किए जाने का प्रस्ताव है। अन्य विकल्प भी हैं, इनमें राजनीतिक, क्षेत्रीय और जातीय संतुलन बनाने के फॉर्मूले हैं। मुख्यमंत्री पद से चूके किसी वरिष्ठ नेता को विधानसभा अध्यक्ष की जवाबदारी सौंपी जा सकती है।

ओबीसी, अजा व ट्राइबल नेताओं की भी दावेदारी

ओबीसी नेताओं में शिवराज सिंह चौहान के अलावा केंद्रीय मंत्री सिंधिया, प्रहलाद पटेल व राकेश सिंह सहित कुछ अन्य नेताओं की दावेदारी है। अजा वर्ग से जगदीश देवड़ा, तुलसीराम सिलावट, हरिशंकर खटीक व प्रभुराम चौधरी जैसे वरिष्ठ नेता हैं। ट्राइबल नेताओं में से विजय शाह, निर्मला भूरिया, संपतिया उईके और ओमप्रकाश धुर्वे को उनके अनुकूल पदों पर एडजस्ट किए जाने की कवायद चल रही है।

एडजस्ट करने की चुनौती

प्रदेश में ओबीसी वर्ग की आबादी सबसे ज्यादा है। भाजपा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पहले इसी वर्ग की उमा भारती और बाबूलाल गौर की भी बतौर सीएम ताजपोशी कर चुकी है। ओबीसी के अलावा प्रदेश के सवर्ण, अनुसूचित जाति और ट्राइबल वर्ग को एडजस्ट करने की चुनौती भी है। भाजपा हाईकमान आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए सारी जमावट करने में जुटा है। सामान्य वर्ग से नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, गोपाल भार्गव सहित अन्य नेता भी हैं। महिला नेत्रियों में रीति पाठक, मालिनी गौड़ और अर्चना चिटनिस के नाम भी हो सकते हैं।

भाजपा कार्यालय में आकर्षक साज-सज्जा और लाइटिंग

भोपाल में विधायक दल की बैठक को लेकर प्रदेश भाजपा कार्यालय को दुल्हन की तरह सजाया गया। बैठक की पूर्व संध्या पर आकर्षक साज-सज्जा और लाइटिंग की गई हैं। वहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा रविवार शाम को कार्यालय पहुंचे और निरीक्षण कर कार्यकर्ताओं को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए।

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