
सोमवार को न्यू लाइफ हॉस्पिटल में हुए भीषण अग्निकांड से पूरे शहर में दहशत है। इस हादसे की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं जो जाहिर कर रही हैं कि 8 लोगों के लिए मौत कितना भयानक रूप लेकर आई थी। वहीं 8 मृतकों में से सबसे हैरान करने वाली कहानी 19 साल के तन्मय की है, उसकी मौत की कहानी जिसने भी सुनी वो भी बस यही कह रहा है कि जैसे तन्मय को मौत का बुलावा आया था।
इस वजह से एडमिट हुआ था तन्मय
पुलिस के मुताबिक घमापुर में रहने वाला तन्मय सोमवार को उल्टी-दस्त और बुखार से परेशान था। हादसे से महज एक घंटे पहले दोपहर 2 बजे वह अपने दोस्तों के साथ न्यू लाइफ मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल आ गया। डॉक्टर ने उसे ड्रिप लगाने की सलाह दी। ड्रिप लगते ही तन्मय ने एक दोस्त से अपनी फोटो खिंचवाई और उसे घर वालों को भेज दिया और साथ में लिखा कि शाम तक घर आ जाएगा। पर उसे क्या पता था कि 1 घंटे बाद उसकी जीवन लीला ही समाप्त हो जाएगी।
दोस्त नीचे नाशता करने गए और लग गई आग
तन्मय के कुछ दोस्तों ने पुलिस को बताया कि वे हॉस्पिटल के बाहर नाशता करने पहुंचे और उसके कुछ देर बाद ही आग लग गई। तन्मय के पिता ने पुलिस को बताया कि दोपहर 2.50 बजे उसने आखिरी फोन किया और जोर से चीखने लगा कि मुझे बचा लो। अस्पताल में चारों तरफ आग लग गई है। बात करते-करते फोन बंद हो गया। बेटे की चीखें तन्मय के पिता के कानों में अब भी गूंज रहीं है, उन्हें क्या पता था कि वो आखिरी बार अपने बेटे की आवाज सुन रहे हैं।
उसे मामूली बुखार था, पर मौत को बहाना मिल गया
तन्मय के परिजनों ने बताया कि उसे मामूली बुखार था पर एहतियातन उसे अस्पताल ले जाया गया। वह 12वीं का छात्र था और उसे अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ही एडमिट किया गया था। जानकारी के मुताबिक जहां तन्मय एडमिट था, वहां से मेन गेट ज्यादा दूर नहीं था। लेकिन आग की लपटें इतनी तेजी से बढ़ीं कि उसे निकलने का मौका भी नहीं मिला।
यह भी पढ़ें : Jabalpur अग्निकांड Update – न्यू लाइफ हॉस्पिटल के डायरेक्टर्स के खिलाफ मामला दर्ज, सामने आई बड़ी लापरवाही