
इंदौर। मप्र के गृह मंत्री मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इंदौर में ऐप लोन से लिए कर्ज को ना चुकाने के कारण परिवार की आत्महत्या को बेहद दुखद और मार्मिक बताया है। उन्होंने इंदौर पुलिस कमिश्नर को इस घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने ने कहा कि साइबर सेल भी इस ऐप के तकनीकि पहलुओं की छानबीन करेगी।
#इंदौर: एक परिवार के चार सदस्यों की आत्महत्या पर गृहमंत्री #नरोत्तम_मिश्रा का बयान, मामले के सभी पहलुओं पर सूक्ष्मता से जांच किये जाने के निर्देश इंदौर #पुलिस आयुक्त को दिए। गृह मंत्री आज एक दिवसीय दौरे पर इंदौर पहुंचे।@drnarottammisra @BJP4MP #MPNews #PeoplesUpdate pic.twitter.com/082ZyTMsKM
— Peoples Update (@PeoplesUpdate) August 24, 2022
ऐप लोन की कार्यप्रणाली पर करेंगे समीक्षा : गृह मंत्री
गृह मंत्री और इंदौर के प्रभारी मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इंदौर में दंपत्ति और उनके दोनों मासूम बच्चों की हुई दुखद मौत को बेहद दुखद घटना करार दिया। उन्होंने इंदौर स्थिति जाल सभागृह में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद मीडिया के प्रश्नों का संक्षिप्त जवाब दिया। गृह मंत्री मिश्रा ने इस कथित आत्महत्या के बाद ऐप लोन की प्रबंधन और वसूली नीतियों पर उठ रहे सवालों के जवाब में माना कि इसकी समीक्षा किए जाने की आवश्यकता आज राज्य सरकार समझती है। उन्होंने आश्वस्त किया कि वे राजधानी भोपाल जाकर इस ऐप लोन की कार्यप्रणाली को लेकर समीक्षा किए जाने के निर्देश महकमे को देंगे।
घर में मिले थे 4 लोगों के शव
दरअसल, इंदौर जिले के बाणगंगा इलाके में एक घर में परिवार के 4 लोगों के शव मिले थे। मृतकों में अमित यादव (35), टीना यादव (31), तीन साल की बेटी याना और डेढ़ साल दिव्यांश शामिल थे। पुलिस ने बताया था कि अमित यादव का शव फंदे से लटका हुआ मिला, जबकि, उसकी पत्नी टीना, बेटी याना और बेटे दिव्यांश का शव जमीन पर पड़े हुए मिले थे। उन्होंने बताया कि मृतक के घर का दरवाजा अंदर से बंद था। पुलिस टीम दरवाजा तोड़कर घर के अंदर पहुंची। वहीं आशंका जताई जा रही है कि अमित ने पहले पत्नी और अपने दोनों बच्चों की हत्या की और बाद में खुद ने सुसाइड।
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पुलिस को मिला सुसाइड नोट
पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया था। जिसमें कर्ज ना चुकाने की वजह से परेशान होना बताया था। अमित ने सुसाइड नोट में लिखा कि उसपर करीब तीन लाख रुपए का कर्ज था। यह लोन मैंने ऑनलाइन ऐप से लिया है। सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा कि मरने के बाद लोन चुकाने की जरूरत नहीं पड़ती, इसलिए मेरे परिवार का कोई भी सदस्य लोन की किश्तें जमा ना करें।