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साउथ कोरिया में मौत का तांडव: भगदड़, हार्ट अटैक… चीख और मातम में बदला हैलोवीन फेस्टिवल, 151 की मौत

साउथ कोरिया की राजधानी सियोल में शनिवार देर रात हैलोवीन फेस्टिवल के दौरान खौफनाक मंजर देखने को मिला। फेस्टिवल को सेलिब्रेट करने के लिए यहां भारी संख्या में लोग एकत्रित हुए थे। देखते ही देखते जश्न का शोर मातमी चीखों में बदल गया। फेस्टिवल के दौरान भगदड़ मच गई, जिसमें 151 लोगों की मौत हो गई। वहीं कई लोग घायल हो गए। हादसे के बाद देश में राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है।

संकरी गली से निकलने के दौरान मची भगदड़

शनिवार की शाम सियोल के इटावन इलाके के प्रसिद्ध नाइट स्पॉट पर ये लोग नो मास्क हैलोवीन मनाने के लिए जुटे थे। साउथ कोरिया में 3 साल बाद इस पार्टी का आयोजन किया जा रहा था। कोरोना संक्रमण की वजह से लगे प्रतिबंधों के चलते पिछले तीन साल से इस पार्टी पर भी रोक लगा दी गई थी। जिसकी वजह से भारी संख्या में लोग इसमें शामिल हुए थे।

ये तस्वीर उसी संकरी गली की है, जहां भगदड़ मची।

तभी भीड़ एक संकरी गली से निकलने की कोशिश करने लगी, लिहाजा धक्का-मुक्की शुरू हो गई। लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरने लगे और भगदड़ मच गई। घटना शनिवार की रात करीब 10:20 बजे हुई।

50 लोगों को एक साथ आया हार्ट अटैक

घटना का पता चलते ही पुलिस और मेडिकल टीम मौके पर पहुंची। जांच में सामने आया कि, 50 से अधिक लोगों को एक साथ हार्ट अटैक आया था। स्थानीय अधिकारी के मुताबिक, हादसे में करीब 82 लोग घायल हुए हैं। साथ ही कहा कि मरने वालों का आंकड़ा अभी और भी बढ़ सकता है।

लोगों को सांस लेने में आ रही थी दिक्कत

इमरजेंसी डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने बताया कि कई लोगों को सांस लेने में दिक्कत आ रही थी। इन सभी लोगों को सीपीआर दिया गया। इसका मतलब है कि ये लोग भगदड़ में ऐसा फंसे कि सांस लेना मुश्किल हो गया। हार्ट की फंक्शनिंग अचानक रुक गई। दिमाग में खून की सप्लाई डिस्टर्ब हो गई और ये लोग बेहोश हो गए। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल ने अधिकारियों से घायलों को बेहतर इलाज देने का निर्देश दिया है।

सामान्य से 10 गुना ज्यादा थी भीड़

21 साल के चश्मदीद मून जू-यंग ने बताया कि लोग इतने ज्यादा थे कि पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। लोग वहां से निकलने के लिए गलियों का सहारा ले रहे थे। तभी कुछ लोग एक संकरी गली की तरफ बढ़ने लगे। यहां मौजूद भीड़ सामान्य से कम से कम 10 गुना ज्यादा था।

घटनास्थल के पास बनाया अस्थायी मुर्दाघर

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि घटनास्थल से सटी एक इमारत में एक अस्थायी मुर्दाघर बनाया गया। करीब 50 शवों को वहां पर रखा गया, घायलों को स्टेचर से ले जाया गया।

मरने वालों में इस देश के लोग भी शामिल

रिपोर्ट्स के मुताबिक, सियोल के इटावन में हुए हादसे में करीब 350 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं। वहीं अभी तक 151 लोगों की मौत हो गई है। इसमें 97 महिलाएं, 54 पुरुष शामिल हैं और 82 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। भगदड़ में मारे गए विदेशियों में ईरान, उज्बेकिस्तान, चीन, नॉर्वे के लोग भी शामिल हैं।

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