जाने माने फिल्मकार के एस सेतुमाधवन का 90 साल की उम्र में चेन्नई में निधन हो गया। फिल्म उद्योग से मिली जानकारी के मुताबिक उनकी तबीयत पिछले कुछ दिनों से ठीक नहीं थी। वह उम्र से संबंधित बीमारियों से जूझ रहे थे। उनके निधन पर दक्षिण भारतीय कलाकारों ने शोक व्यक्त किया है।
कई पुरस्कारों से किया गया था सम्मानित
केएस सेतुमाधवन को अपनी कई फिल्मों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार और राज्य फिल्म पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था। सिनेमा में योगदान के लिए केरल सरकार ने 2010 में उन्हें केरल फिल्म जगत के सर्वोच्च सम्मान ‘जेसी डैनियल पुरस्कार’से नवाजा था। केएस सेतुमाधवन ने मलयालम में कुछ प्रतिष्ठित और पथ-प्रदर्शक फिल्मों का निर्देशन किया है।
कमल हासन ने जताया शोक
साउथ सुपरस्टार कमल हासन ने ट्वीट कर निर्देशक केएस सेतुमाधवन के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने लिखा- केएस सेतुमाधवन मलयालम सिनेमा की गुणवत्ता निर्धारित करने वाली मूलभूत कुंजी में से एक थे। उन्हें उनकी कलात्मक उपलब्धियों के लिए हमेशा याद किया जाएगा। नमन।
காலத்தால் அழியாத காவியங்களைத் திரையில் படைத்த கே.எஸ்.சேதுமாதவன் புதிய அலை சினிமாவின் ஊற்றுமுகம்.மலையாள சினிமாவின் தரத்தைத் தீர்மானித்த அடிப்படை விசைகளுள் ஒருவர்.தன் கலைச்சாதனைகளால் என்றென்றும் நினைவு கூரப்படுவார்.என் சேது சாருக்கு, நல்ல சினிமாவை கற்பித்த ஆசிரியருக்கு அஞ்சலிகள். pic.twitter.com/CXPcyVuMDA
— Kamal Haasan (@ikamalhaasan) December 24, 2021
बात दें कि, निर्देशक केएस सेतुमाधवन ने कमल हासन को 1962 में मलयालम फिल्म kannum karalum में बाल कलाकार के रूप में पेश किया था।
कई भाषाओं में किया फिल्मों का निर्देशन
के एस सेतुमाधवन ने 1960 के दशक में अपने करियर की शुरुआत की। दशकों लंबे अपने करियर में उन्होंने पांच भाषाओं में 60 से अधिक फिल्मों का निर्देशन किया। मलयालम के अलावा, उन्होंने तमिल, तेलुगु और हिंदी फिल्मों का निर्देशन भी किया था। केएस सेतुमाधवन की 1991 में आई तमिल फिल्म मारूपक्कम पहली ऐसी तमिल फिल्म थी, जिसे बेस्ट फीचर फिल्म के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला था। के एस सेतुमाधवन का जन्म 1931 में केरल के उत्तरी पालक्कड जिले में हुआ था। वह अपनी पत्नी वलसाला सेतुमाधवन और तीन बच्चे संतोष, उमा और सोनू कुमार के साथ चेन्नई में रहते थे।