
लाजपत अग्रवाल-ग्वालियर। गोंड राजाओं द्वारा बनाए गए श्योपुर किले में स्थापित सहरिया जनजाति का संग्रहालय अब दूसरी जगह स्थापित होगा। इसे कहां स्थापित किया जाएगा यह जानकारी संग्रहालय प्रभारी आदित्य सिंह चौहान को भी नहीं है। चौहान का कहना है कि राज्य सरकार किले में होटल खोलने के लिए टेंडर निकाल चुकी है। ऐसे में इसे यहां से शिफ्ट किया जाएगा। यह इस जनजाति का इकलौता संग्रहालय है। इसे 1990 में स्थापित किया गया था। संग्रहालय में सहरिया की सबसे प्रमुख माढ़ना कला की चीजें दीवारों पर उकेरी गई हैं। इस आर्ट की शिफ्टिंग कैसे होगी, यह बड़ा सवाल है।
पौने दो लाख आबादी है श्योपुर में : श्योपुर जिले में सहरिया जनजाति की आबादी लगभग 1 लाख 80 हजार है। मुरैना, शिवपुरी, ग्वालियर जिले में भी करीब इतनी ही संख्या है।
किले में होटल खुलने की जानकारी नहीं है। सहरिया जनजाति की जानकारी आदित्य सिंह के पास है। वे ही संग्रहालय के प्रभारी भी हैं। – पी. पिपरिया, डीईओ आदिवास विकास संगठन
किला बांधवगढ़ की कंपनी को दे दिया है। हमें संग्रहालय भी हटाना पड़ेगा। इसके लिए कौन सी जगह चिन्हित की गई है, अभी तक पता नहीं चला है। – आदित्य सिंह चौहान, प्रभारी सहरिया संग्रहालय
श्योपुर किले में संचालित सहरिया जनजाति का संग्रहालय अभी वहीं रहेगा। हम उसको डिस्टर्ब नहीं होने देंगे। – लोकेश जांगिड़, कलेक्टर