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लखीमपुर खीरी हिंसा: यूपी सरकार का एलान- मृतक किसान के परिजनों को 45 लाख और नौकरी, हिंसा की होगी न्यायिक जांच

लखनऊ। लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई घटना में मृतक किसानों को 45 लाख रुपए और घायलों को 10 लाख रुपए की मदद दी जाएगी। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने इसकी जानकारी दी है। सुबह से ही किसानों और प्रशासन के बीच में वार्ता चल रही थी जिसमें दोनों पक्षों में सुलह हो गई है। इसमें मृतक किसानों के एक परिजन को योग्य सरकारी नौकरी दी जाएगी। इसके साथ ही नई कमेटी का गठन किया जाएगा जो रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में मामले की जांच करेगी। एडीजी ने बताया कि दोषियों के खिलाफ केस दर्ज हो गया है, जांच जारी है। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि CRPC की धारा 144 लागू होने के कारण राजनीतिक दलों के नेताओं को जिले का दौरा नहीं करने दिया गया है।

केंद्रीय मंत्री ने दी सफाई

लखीमपुर हिंसा पर केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे के खिलाफ केस दर्ज होने पर मंत्री की सफाई आई है। उन्होंने कहा कि घटना के समय बेटा मौजूद नहीं था। उन्होंने इस हिंसा के लिए भाकियू के नेता राकेश टिकैत को जिम्मेदार ठहराया है। मिश्रा ने कहा है कि मैं और मेरा बेटा उस समय घटना स्थल पर मौजूद नहीं थे। इस मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए। सच सबके सामने आ जाएगा। हिंसा में हमारे कार्यकर्ता भी मारे गए हैं, उनको भी मुआवजा मिलना चाहिए। हमने इस घटना को लेकर सीएम योगी से बात की है। जो दोषी हैं उन पर कार्रवाई होनी चाहिए।

क्या है मामला

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को किसानों और भाजपाइयों में झड़प हो गई। किसान यहां डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा का विरोध कर रहे थे। झड़प के दौरान केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष की गाड़ी से कुचलकर 4 किसानों की मौत हो गई। इसके बाद जानबूझकर गाड़ी चढ़ाने का आरोप लगाते हुए किसानों ने मंत्री के बेटे की दो गाड़ियों में आग लगा दी।

इंटरनेट किया गया बंद

मंत्री के बेटे ने खेत में भागकर जान बचाई, लेकिन इस दौरान हुई पिटाई से चालक और 3 बीजेपी कार्यकर्ताओं की मौत हो गई। घटनास्थल के 20 किमी क्षेत्र में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। बवाल के बाद भूाकियू नेता राकेश टिकैत लखीमपुर खीरी के लिए निकले। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पीड़ित किसानों के परिजनों से मिलने के लिए रविवार रात को ही लखीमपुर खीरी के लिए निकल पड़ी थीं। उन्हें पहले लखनऊ में ही रोका गया फिर सीतापुर में रोक लिया गया। उन्हें हिरासत में ले लिया गया।

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

प्रियंका गांधी को सीतापुर के एक गेस्ट हाउस में रखा गया है। इसी बीच उनका झाड़ू लगाते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। खबरों के मुताबिक यह वहीं का वीडियो है जहां उन्हें हिरासत में रखा गया है। प्रियंका का आरोप है कि उन्हें घसीटा व धकेला भी गया। इस बीच, उनकी पुलिस के अधिकारियों के साथ तीखी बहस भी हुई।

कानून का पाठ पढ़ाया

बहस का भी एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में प्रियंका गांधी यूपी पुलिस के अधिकारियों को कानून का पाठ पढ़ाते हुए दिख रही हैं। प्रियंका के सवालों और गुस्से के आगे यूपी पुलिस के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। लखनऊ से निकल रही प्रियंका गांधी की कार को इस तरह से रोकने का प्रयास किया गया। हालांकि, प्रियंका गांधी यहां से पुलिस को चकमा देते हुए निकल गईं लेकिन सीतापुर में उन्हें हिरासत में ले लिया गया।

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