इंदौरमध्य प्रदेश

Khargone News : लोकायुक्त ने जनपद इंस्पेक्टर और लेखापाल को रिश्वत लेते पकड़ा, GPF की राशि के एवज में मांगे थे 30 हजार

खरगोन। मध्य प्रदेश में रिश्वतखोरी का सिलसिला लगातार जारी है। नया मामला मंगलवार को खरगोन जिले के महेश्वर से सामने आया है। यहां इंदौर लोकायुक्त की टीम ने जनपद इंस्पेक्टर और लेखापाल को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। आरोपियों ने जीपीएफ की राशि निकालने के लिए सेवानिवृत्त पंचायत समन्वयक अधिकारी से 30 हजार रुपए मांगे थे।

जीपीएफ की राशि के एवज में मांगी थी घूस

जानकारी के मुताबिक, शर्मा कॉलोनी, बड़वाह निवासी किशोर कुमार पाराशर (66) साल 2016 में पंचायत समन्वयक अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं, जिनके जीपीएफ की राशि 4.80 लाख रुपए हैं। इसको आहरण करने के एवज में जनपद पंचायत महेश्वर के पंचायत समन्वयक अधिकारी महेश पवार (55) एवं लेखापाल अशोक मेहता द्वारा आवेदक से 30 हजार रुपए की घूस की मांग की जा रही थी। इसकी शिकायत आवेदक द्वारा लोकायुक्त कार्यालय इंदौर में की गई।

रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा

लोकायुक्त की जांच में शिकायत सही पाई जाने पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की योजना बनाई गई। मंगलवार को इंदौर लोकायुक्त ने महेश पवार को 10 हजार रुपए और अशोक मेहता को 500 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। आरोपियों के खिलाफ धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम अंतर्गत कार्रवाई जारी है।

लोकायुक्त की इस कार्रवाई में डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल, निरीक्षक सुनील उइके, राहुल गजबिए, आरक्षक विजय, पवन, अनिल, चेतन, कमलेश शामिल रहे।

कटनी में पटवारी रिश्वत लेते पकड़ाया

इससे पहले लोकायुक्त की टीम ने कटनी में एक रिश्वतखोर पटवारी को पकड़ा। जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने कटनी जिले के बरही तहसील कार्यालय में पटवारी को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी पटवारी ने आवेदक से नामांतरण अपडेट कराने के बदले में रुपए मांगे थे।

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