रांची। झारखंड में नई सरकार और नए मुख्यमंत्री की ताजपोशी हो गई है। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने शुक्रवार दोपहर 12.20 बजे चंपई सोरेन को राज्य के 12वें सीएम के तौर पर शपथ दिलाई। इसके अलावा, कांग्रेस कोटे से आलमगीर आलम और राजद कोटे से सत्यानंद भोक्ता ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली है। नई सरकार को 10 दिन में बहुमत साबित करना होगा।
चंपई सोरेन ने सरकार बनाने के लिए बुधवार को बहुमत का दावा किया था और गुरुवार शाम को राज्यपाल से मुलाकात की थी। झारखंड में नए सीएम की कवायद तब शुरू हुई, जब कथित जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हेमंत सोरेन को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया।
35 विधायक जा रहे हैदराबाद
रांची में बहमत साबित करने से पहले चंपई की सरकार को कोई दिक्कत न आए इसलिए सत्तारूढ़ गठबंधन के 35 विधायकों को हैदराबाद भेजने का फैसला लिया गया था। चंपई के शपथ लेने के बाद इन विधायकों को फ्लाइट से हैदराबाद भेजा गया। अब ये विधायक बहुमत साबित होने वाले दिन तक वही रहेंगे। सत्तारूढ़ गठबंधन को डर है कि अन्य राज्यों की तरह बीजेपी झारखंड में भी ऑपरेशन लोटस की तर्ज पर खेला कर सकती है। यही वजह है कि इन विधायकों को लदन में बहुमत साबित होने वाले दिन तक हैदराबाद में ही ठहराने की व्यवस्था की कई गई है। गौरतलब है कि नई सरकार के गठन को लेकर चंपई सोरेन ने राज्यपाल को 43 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा था। इसमें खुद चंपई सोरेन, कैबिनेट मंत्री आलमगीर आलम और सत्यानंद भोक्ता का नाम भी शामिल था। सत्तारूढ़ गठबंधन में जेएमएम के 29 विधायक हैं। इसके अलावा कांग्रेस के 17, आरजेडी और लेफ्ट से एक-एक विधायक है।
10 दिन में बहुमत साबित करना होगा
मुख्यमत्री हेमंत सोरेन के इस्तीफा देने के करीब 26 घंटे के बाद राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने गुरुवार रात करीब 11 बजे चंपई सोरेन और आलमगीर आलम को राजभवन बुलाया। राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने का न्योता दिया और चंपई को सीएम मनोनीत कर दिया। रात करीब 11:15 बजे दोनों नेता राजभवन से बाहर आए। वहीं झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने चंपई सोरेन को 10 दिन में बहुमत साबित करने के लिए कहा है। झारखंड में नए सीएम की शपथ 12 से एक बजे बीच होगी।
23 साल में 11 बार बदले CM
झारखंड में 23 साल में 11 बार मुख्यमंत्री बदले हैं। इनमें अर्जुन मुंडा और शिबू सोरेन तीन-तीन बार मुख्यमंत्री बने। रघुवर दास एकमात्र ऐसे सीएम रहे, जिन्होंने पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा किया।
हेमंत सोरेन ने सीएम पद से दिया था इस्तीफा
दरअसल, राज्यपाल ने राज्य में झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन को शाम साढ़े पांच बजे मिलने का समय दिया था। हेमंत सोरेन को बुधवार रात यहां धनशोधन मामले में 7 घंटे की पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया था। इससे पहले उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद चंपई सोरेन झामुमो विधायक दल के नेता चुने गए थे।
झारखंड में नए सीएम की कवायद तब शुरू हुई, जब कथित जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हेमंत सोरेन को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया। हेमंत ने पहले राजभवन जाकर सीएम पद से इस्तीफा दिया, उसके बाद ईडी के गिरफ्तार करने वाले मैमो पर साइन किए। झारखंड मुक्ति मोर्चा और गठबंधन में शामिल दलों ने हेमंत के ईडी कस्टडी में जाने पर चंपई सोरेन को विधायक दल के नेता के रूप में चुना था।
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