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Jammu-Kashmir: बारामूला में लश्कर-ए-तैयबा का हाइब्रिड आतंकी गिरफ्तार, भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद

जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। बारामूला जिले के क्रीरी इलाके से लश्कर-ए-तैयबा के एक हाइब्रिड आतंकवादी को गिरफ्तार किया गया है। आतंकी के पास से हथियारों का जखीरा और भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किए गए हैं।

क्रीरी इलाके में आतंकी के एक्टिव होने की मिली थी जानकारी

पुलिस को बारामूला के क्रीरी इलाके में लश्कर-ए-तैयबा के हाइब्रिड आतंकी के सक्रिय होने की सूचना मिली थी। जिसके आधार पर पुलिस और सेना की 29-आरआर (राष्ट्रीय राइफल्स) ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। जिसमें जवानों को सफलता मिली और एक आतंकी को गिरफ्तार किया गया। आतंकी के पास से एक पिस्टल, एक पिस्टल मैगजीन और 7 राउंड पिस्टल बुलेट्स और गोला बारूद भी मिले।

 

पाकिस्तानी आतंकवादियों के संपर्क में था

पुलिस ने बताया कि आतंकवादी की पहचान तिलगाम पाईन निवासी मोहम्मद इकबाल भट के रूप में की गई है। एक पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक, पकड़ा गया आतंकी पाकिस्तानी आतंकवादी सैफुल्ला और अबू जरार के संपर्क में था।

हाल ही में सुरक्षाबलों ने पुलवामा जिले में प्रतिबंधित संगठन अल-बद्र के एक ‘हाइब्रिड आतंकवादी’ को गिरफ्तार किया था। आतंकी का नाम आमिर अहमद पर्रे था और वह शोपियां के काशवा चित्रगाम का रहने वाला था।

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कौन होते हैं हाइब्रिड आतंकी, कैसे करते हैं हमला

‘हाइब्रिड’आतंकवादी वो आतंकी होते हैं जो आतंक और आंतकी संगठन के मंसूबों के प्रति सहानुभूति रखते हैं। हाइब्रिड आतंकियों को टारगेट किलिंग के लिए बड़े हथियारों की जरूरत नहीं होती है। छोटे हथियारों व छोटे ग्रुप में आतंकी निहत्थे लोगों को निशाना बनाते हैं। उनके आका उनको एक स्पेसिफिक टार्गेट देते हैं, उसको अंजाम देने और मिशन खत्म होने के बाद वह फिर से सामान्य नागरिक की तरह काम करने लगते हैं और अगला काम मिलने का इंतजार करते हैं।

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कैसे करते हैं काम

वारदात को अंजाम देने से पहले सॉफ्ट टारगेट की पूरी रेकी की जाती है। इस साजिश को आतंकियों के आका ओवर ग्राउंड वर्कर के जरिए अंजाम देते हैं। इसके बाद हाईब्रिड आतंकियों को हत्या करने की जिम्मेदारी दी जाती है। हाइब्रिड आतंकी भी कई दिनों तक सॉफ्ट टारगेट की गतिविधियों की रेकी करते हैं और उसके बारे में पूरा ब्योरा जुटा लेते हैं।

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