
एंटरटेनमेंट डेस्क। कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ को आखिरकार सेंसर बोर्ड (CBFC) से हरी झंडी मिल गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फिल्म के 147 मिनट के रन-टाइम को घटाकर 146 मिनट कर दिया गया है। सेंसर बोर्ड ने फिल्म से तीन सीन हटाने और कुल दस बदलाव करने के निर्देश दिए थे। हालांकि, फिल्म की रिलीज डेट के संबंध में कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
सिख संगठनों ने जताई थी आपत्ति
इस फिल्म पर सिख संगठनों ने आपत्ति जताई थी, जिसके कारण CBFC ने फिल्म को सर्टिफिकेट देने से रोक दिया था। इस मामले को लेकर कंगना ने अपनी नाराजगी भी जाहिर की थी। हालांकि, अब सभी बदलावों के बाद फिल्म को सेंसर बोर्ड से मंजूरी मिल गई है।
कंगना ने X पर साझा की खुशी
फिल्म को हरी झंडी मिलने पर कंगना ने अपनी खुशी जाहिर की है। उन्होंने X पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, “हमें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि हमें अपनी फिल्म ‘इमरजेंसी’ के लिए सेंसर सर्टिफिकेट मिल गया है। हम जल्द ही रिलीज की तारीख की घोषणा करेंगे। आपके धैर्य और समर्थन के लिए धन्यवाद।”
‘इमरजेंसी’ पर विवाद और सेंसर बोर्ड की कार्रवाई
कंगना रनौत द्वारा निर्देशित और अभिनीत की गई फिल्म ‘इमरजेंसी’ का ट्रेलर 14 अगस्त को रिलीज किया गया था। फिल्म रिलीज से पहले ही विवादों में घिर गई। फिल्म ‘इमरजेंसी’ में कंगना भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का रोल प्ले करेंगी। सिख संगठनों ने फिल्म पर सिखों की छवि को गलत तरीके से प्रस्तुत करने का आरोप लगाया। साथ ही इसे बैन की मांग की। पंजाब में फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की तेज मांग उठी। सेंसर बोर्ड ने इन विवादों के चलते फिल्म का सर्टिफिकेशन रोक दिया था, जिससे इसकी रिलीज डेट टाल दी गई।
‘इमरजेंसी’ की रिलीज में देरी
‘इमरजेंसी’ की रिलीज डेट पहले अक्टूबर या नवंबर 2023 के लिए तय की गई थी। इसे बाद में 14 जून 2024 के लिए पोस्टपोन किया गया। फिर इसे 6 सितंबर 2024 के लिए रीशेड्यूल किया गया, लेकिन बाद में फिस से रिलीज डेट को पोस्टपोन कर दिया गया।
सेंसर बोर्ड (CBFC) ने फिल्म ‘इमरजेंसी’ के कुछ दृश्यों और संवादों पर आपत्ति जताते हुए प्रोड्यूसर और डायरेक्टर को सुधारों के निर्देश दिए थे।
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विवादित बयानों के सोर्स पेश करने का निर्देश
फिल्म में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रिचर्ड मिल्हौस निक्सन द्वारा भारतीय महिलाओं पर की गई अपमानजनक टिप्पणी और ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल द्वारा भारतीयों को लेकर दिए गए विवादित बयान को लेकर सेंसर बोर्ड ने फैक्ट्स और सोर्स प्रस्तुत करने को कहा था। CBFC का निर्देश था कि मेकर्स को इन विवादित बयानों के प्रमाणित स्रोत दिखाने होंगे।
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सिख संगठनों द्वारा उठाई गई आपत्तियों पर बदलाव
CBFC ने मणिकर्णिका फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड को 10 बदलावों की सूची भेजी थी। इन बदलावों में अधिकतर वे दृश्य शामिल थी, जिन पर सिख संगठनों ने आपत्ति जताई थी। इन संगठनों का मानना था कि फिल्म में कुछ सीन उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचा सकते हैं, इसलिए बोर्ड ने फिल्म के निर्माता को इन्हें सुधारने की सलाह दी।
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बांग्लादेशी शरणार्थियों पर पाकिस्तानी हमले का दृश्य
फिल्म में एक सीन में पाकिस्तानी सैनिकों को बांग्लादेशी शरणार्थियों, खासकर महिलाओं और बच्चों पर हमला करते हुए दर्शाया गया है। CBFC ने इस सीन पर भी आपत्ति जताते हुए कहा था कि इसे या तो बदल दिया जाए या पूरी तरह से हटा दिया जाए।