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इंदौर पुलिस की अनोखी पहल : अब शिकायत करने नहीं जाना होगा थाने, पुलिस खुद आएगी आपके पास

हेमंत नागले, इंदौर। इंदौर पुलिस ने एक अनोखी पहल शुरू की है। अब आपको किसी भी मामले की शिकायत के लिए थाने नहीं जाना पड़ेगा। अब पुलिस खुद आपके घर आएगी और यदि कोई ऐसा व्यक्ति है जो कि अस्पताल में भर्ती है तो पुलिस अस्पताल जाकर मोबाइल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वरिष्ठ अधिकारियों से सीधे ही आवेदक से बात कर उस प्रकरण का निराकरण करेगी।

फैक्ट्री में काम करते वक्त घायल हुआ बुजुर्ग

इंदौर के मल्हारगंज थाना क्षेत्र में एक बुजुर्ग फैक्ट्री में काम करते वक्त घायल हो गया। जिसकी शिकायत उसने थाने पर दर्ज कराई। यहां से शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष पहुंची। 2 दिन पूर्व जब डीसीपी उस शिकायत का निराकरण करने के लिए आवेदक से बात करना चाह रहे थे। तो थाने से जानकारी मिली कि आवेदक अस्पताल में भर्ती है और गंभीर घायल है। डीसीपी द्वारा तुरंत थाने के एक जवान को अस्पताल पहुंचाया गया और मोबाइल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उससे चर्चा की गई और उस समस्या का निराकरण किया गया। जहां एक और वृद्ध इस पूरी प्रक्रिया से खुश था, वहीं घायल मजदूर को फैक्ट्री संचालक द्वारा कंपनसेशन भी दिया गया।

क्या है पूरा मामला

इंदौर के मल्हारगंज थाना क्षेत्र में आवेदक किशन राव धावड़े (उम्र 41 वर्ष) नंदबाग कॉलोनी में एक प्लास्टिक फैक्ट्री में मजदूरी का काम करते हैं। कुछ समय पहले फैक्ट्री में काम करने के दौरान वह गिर गए और उन्हें गंभीर चोट आई। फैक्ट्री संचालक ने उनकी किसी प्रकार से इलाज में मदद नहीं की और वह लंबे समय से अस्पताल में भर्ती थे. परिवार की माली हालत ठीक न होने के कारण उन्होंने इस मामले की शिकायत थाने पर दर्ज करवाई। शिकायत डीसीपी आदित्य मिश्रा के पास पहुंची जहां पर आदित्य मिश्रा द्वारा यह जानकारी ली गई कि शिकायत करने वाले आवेदक किशन राव थाने नहीं पहुंचे हैं। पुलिस कर्मचारियों से पूछा गया कि, शिकायतकर्ता थाने पर क्यों नहीं आए हैं तो उन्हें जानकारी लगी कि किशन राव थाने आने में अक्षम है।

आवेदक को दिलवाया कंपनसेशन

डीसीपी द्वारा एक पुलिस आरक्षक को संबंधित आवेदक के घर पहुंचाया गया जहां से जानकारी मिली कि किशन राव अस्पताल में भर्ती है। पुलिस आरक्षक तुरंत अस्पताल पहुंचा और मोबाइल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आवेदक को डीसीपी की बात कराई। जहां आवेदक ने फैक्टरी संचालक संजय अजमेरा की फैक्ट्री में काम करने के दौरान घायल होने की बात कही। लेकिन फैक्ट्री संचालक ने उसे किसी तरह का कंपनसेशन नहीं दिया। डीसीपी ने तुरंत प्लास्टिक फैक्ट्री संचालक संजय अजमेर को बुलाया और उसे घायल को कंपनसेशन देने को कहा।

इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड में करवाया सुधार

डीसीपी आदित्य मिश्रा द्वारा जब आवेदक किशन राव से मोबाइल के माध्यम से चर्चा की जा रही थी। तो उनसे पूछा गया कि जब तक फैक्टरी संचालक आपको कंपनसेशन देता है तब तक आप आयुष्मान कार्ड के माध्यम से अपना इलाज करवा सकते हैं। लेकिन अस्पताल में मौजूद स्टाफ ने बताया कि आयुष्मान कार्ड में घायल के जन्म दिनांक में कोई गलती है। जहां पर डीसीपी के आदेश पर मल्हारगंज का एक जवान तुरंत आयुष्मान कार्ड को लेकर संबंधित विभाग गया और आयुष्मान कार्ड में जन्म दिनांक की त्रुटि को भी सही कराया।

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