
छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शुक्रवार (14 जून) को जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आतंकी हमले में शहीद हुए जवान कबीर दास उईके के घर पहुंचे। इस दौरान वह शहीद की मां और पत्नी से मिलकर भावुक हो गए। सीएम ने परिजनों से बातचीत कर उन्हें सांत्वना दी और हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इसके साथ ही सीएम ने एक करोड़ रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की और शहीद के परिजनों को एक सरकारी नौकरी देने का वादा किया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज विशेष हेलिकॉप्टर से दोपहर करीब 3 बजकर 15 मिनट पर ग्राम पुलपुलडोह पहुंचे थे। उनके साथ अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे। घर पहुंचकर पहले शहीद को श्रद्धांजलि दी। परिजनों से मुलाकात की, इस दौरान शहीद की मां और पत्नी रो पड़े, फिर सीएम उन्हें सांत्वना देते नजर आए।
राजकीय सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार
शहीद कबीर दास उईके का पैतृक गांव पुलपुलडोह में गुरुवार (13 जून) को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। सीआरपीएफ के जवानों ने शहीद कबीर दास को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। जिस तिरंगे से कबीर के पार्थिव शरीर को ढंक कर लाया गया था, वह उनके परिवार को भेंट कर दिया गया। इसके बाद कबीर के पार्थिव शरीर को आदिवासी परंपरा के अनुसार दफनाया गया।
शहीद की अंतिम विदाई में उमड़ा जनसैलाब
पहले शहीद का पार्थिव शरीर हवाई मार्ग के जरिए नागपुर लाया गया। इसके बाद यहां से सड़क मार्ग से पैतृक गांव पुलपुलडोह लाया गया। शहीद कबीर दास उईके की अंतिम विदाई में जनसैलाब उमड़ पड़ा। बड़ी संख्या में लोगों ने शहीद के पार्थिव शरीर पर फूल बरसा कर श्रद्धांजलि अर्पित की। चौरई के पूर्व विधायक पंडित रमेश दुबे ने भी श्रद्धा सुमन अर्पित किए। वहीं, मध्य प्रदेश की पीएचई मंत्री संपतिया उइके शहीद के घर पहुंचीं। अंतिम संस्कार के समय CRPF के IG सुखबीर सिंह सोढी और DIG नीतू सिंह, छिंदवाडा कलेक्टर शीलेंद्र सिंह, SP मनीष खत्री मौजूद रहे।मंगलवार (11 जून) रात 8 बजे कठुआ के हीरानगर स्थित सैदा सुखल गांव में हुए आतंकी हमले में CRPF के कॉन्स्टेबल कबीर दास उईके गोली लगने से घायल हो गए थे। जिसके बाद बुधवार (12 जून) सुबह इलाज के दौरान कबीर का निधन हो गया।
2011 में जॉइन की थी सीआरपीएफ
छिंदवाड़ा की बिछुआ तहसील के पुलपुलडोह के रहने वाले 35 साल के कबीर दास उईके ने 2011 में सीआरपीएफ जॉइन की थी। साल 2021 में उनकी शादी हुई थी। परिवार में मां इंदरवति उईके, पत्नी ममता उईके और छोटा भाई है। पिता का निधन हो चुका है और दो बहनों की शादी हो चुकी है।
उनका अंतिम संस्कार गुरुवार को पैतृक गांव पुलपुलडोह में होगा। विशेष वाहन से शव नागपुर से गांव लाया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, 8 दिन पहले ही 20 दिन की छुट्टी के बाद वे ड्यूटी पर लौटे थे। उनकी पोस्टिंग भोपाल में होने वाली थी।