
टाटा स्टील के पूर्व प्रबंध निदेशक और भारत के ‘स्टील मैन’ कहे जाने वाले जमशेद जे. ईरानी (Jamshed J Irani) का निधन हो गया। उन्होंने सोमवार रात जमशेदपुर के टाटा अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह 86 साल के थे। टाटा स्टील ने ईरानी के निधन की जानकारी दी। ईरानी चार दशकों से अधिक समय से टाटा स्टील से जुड़े। वह 43 साल की विरासत को पीछे छोड़ते हुए जून 2011 में टाटा स्टील के बोर्ड से सेवानिवृत्त हुए थे।
1968 में टाटा ग्रुप में हुए थे शामिल
जमशेद ईरानी ने जेएन टाटा स्कॉलर के रूप में ब्रिटेन के यूनिवर्सिटी आफ शेफील्ड में शिक्षा ग्रहण की थी और 1960 में मास्टर कंप्लीट किया था। वहीं, 1963 में उन्होंने अपनी पीएचडी की पढ़ाई पूरी की थी। विदेश में शिक्षा ग्रहण करने और पेशेवर जीवन की शुरुआत करने के बाद, ईरानी 1968 में ‘टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी’ (अब टाटा स्टील) में शामिल होने के लिए भारत लौट आए। वह कंपनी से अनुसंधान और विकास के प्रभारी निदेशक के सहायक के रूप में जुड़े।
पद्म भूषण से सम्मानित थे जमशेद जे. ईरानी
नागपुर विश्वविद्यालय से भूविज्ञान में MSC करने के बाद ईरानी ने शेफ़ील्ड विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट का प्रमाण पत्र हासिल किया था। इसके अलावा जमशेद जे. ईरानी को देश के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया था।