
लोकायुक्त पुलिस सागर ने पटवारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। ये मामला सागर जिले के बल्देवगढ़ तहसील का है। यहां पदस्थ पटवारी कन्हैया लाल मोघिया ने नामांतरण आदेश को कंप्यूटर में दर्ज करने के एवज में 10 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी।
ये भी पढ़ें: सहायक शिक्षक के घर EOW का छापा : करोड़ों रुपए कीमत की जमीन, मकान और वाहन के दस्तावेज मिले
नामांतरण कंप्यूटर में दर्ज करने के लिए मांग थी घूस
लोकायुक्त टीआई मंजू सिंह ने बताया कि तहसील क्षेत्र के कैलपुरा गांव निवासी राहुल राय पुत्र गोपाल राय (28) द्वारा रजिस्ट्री कराने के बाद नामांतरण का आदेश तहसीलदार से करवाया गया था। पटवारी कन्हैया लाल मोघिया (49) ने आदेश को कंप्यूटर में दर्ज करने के लिए पैसों की मांग की थी। पीड़ित लगातार पटवारी से नामांतरण की मांग करता रहा, लेकिन पटवारी पैसे मांगने की बात पर अड़ा रहा। परेशान होकर पीड़त राहुल राय ने लोकायुक्त से शिकायत की।
ये भी पढ़ें: सरसवाही सोसायटी का सेल्समैन निकला करोड़पति; लोकायुक्त ने घर पर मारा छापा, डेढ़ करोड़ से अधिक की संपत्ति मिली
केमिकल लगे हुए नोट के साथ पकड़ा
शिकायत पर सागर लोकायुक्त पुलिस ने राहुल को एक टेप रिकॉर्डर दिया, जिसमें पटवारी की बातचीत रिकॉर्ड की गई। इसके बाद 10 हजार के केमिकल लगे हुए नोट दिए गए। बुधवार को पटवारी को रिश्वत देना तय हुआ था। सुबह तहसील कार्यालय में जैसे ही पटवारी पहुंचा पीड़ित राहुल ने उसे रिश्वत के पैसे थमा दिए। वहीं मौके पर लोकायुक्त की टीम ने पटवारी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। लोकायुक्त पुलिस ने पटवारी के विरुद्ध भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच में लिया है।