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HMPV Virus : कितना खतरनाक है HMPV वायरस, क्या है इसकी मृत्यु दर, चीन के स्वास्थ्य विभाग ने दी जानकारी

HMPV Virus : चार साल पहले कोरोना वायरस आने से देश और दुनिया में हड़कंप मच गया था। इसके बाद जब भी कोई नया वायरस सामने आता है तो लोगों में घबराहट हो जाती है। इन दिनों एक नया वायरस एक्टिव हुआ है जिसका नाम है HMPV। हाल ही में, चीन में HMPV (Human Metapneumovirus) के मामलों में बढ़ोतरी ने चिंता पैदा कर दी है। साथ ही, भारत में भी इसके 6 मामले सामने आए हैं। चीन के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने इस वायरस के खतरों और उससे जुड़े जोखिमों पर जानकारी दी है। हालांकि, भारत के स्वास्थ्य अधिकारियों ने जनता से घबराने के बजाय सामान्य सावधानियां बरतने की सलाह दी है।

क्या है HMPV वायरस

चीन के CDC के अनुसार, HMPV मुख्य रूप से सामान्य सर्दी जैसे लक्षण पैदा करता है, जिनमें खांसी, बुखार, नाक बंद होना और घरघराहट शामिल हैं। हालांकि, गंभीर मामलों में यह ब्रोंकाइटिस और निमोनिया का कारण बन सकता है।

कौन होगा सबसे अधिक प्रभावित

विशेषज्ञों ने बताया कि बच्चे, बुजुर्ग और कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोग इस वायरस के प्रति अधिक संवेदनशील हैं। इसके अलावा, अन्य सांस संबंधी वायरस के साथ संक्रमण के मामले भी देखे जा रहे हैं।

CDC ने कहा, “जो लोग पहले से किसी अन्य स्वास्थ्य समस्या से ग्रस्त हैं, उनके लिए यह वायरस घातक साबित हो सकता है। Lancet Global Health के 2021 के अध्ययन के अनुसार, 5 साल से कम उम्र के बच्चों में एक प्रतिशत तेज सांस संबंधी संक्रमण से होने वाली मौतों का कारण HMPV है। फिलहाल इस वायरस के खिलाफ कोई वैक्सीन या प्रभावी दवा उपलब्ध नहीं है। इसका इलाज केवल लक्षणों को कम करने पर आधारित है।”

भारत के स्वास्थ्य अधिकारियों का बयान

DGHS में स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक डॉ. अतुल गोयल ने बताया कि भारत में इस समय स्थिति नियंत्रण में है और किसी विशेष चिंता की जरूरत नहीं है।

उन्होंने कहा, “HMPV एक सामान्य सांस संबंधी वायरस की तरह है, जो अधिकतर मामलों में सर्दी और फ्लू जैसे लक्षण पैदा करता है। बहुत छोटे बच्चों और बुजुर्गों में यह थोड़ा गंभीर हो सकता है। हमने देश में सांस संबंधी संक्रमण के आंकड़ों का विश्लेषण किया है और 2024 में ऐसी कोई असामान्य वृद्धि नहीं देखी गई है।”

उन्होंने आगे कहा, “सर्दी-खांसी से पीड़ित लोग दूसरों से संपर्क करने से बचें ताकि संक्रमण न फैले। सामान्य सर्दी और बुखार के लिए डॉक्टर द्वारा सुझाई गई दवाएं लें। घबराने की कोई जरूरत नहीं है।”

सर्दियों में बढ़े सांस संबंधी संक्रमण के मामले- WPRO

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के पश्चिमी प्रशांत क्षेत्रीय कार्यालय (WPRO) की रिपोर्ट के अनुसार, 16-22 दिसंबर के बीच चीन में तीव्र सांस संबंधी संक्रमण के मामलों में हल्की बढ़ोतरी देखी गई है। इसमें मौसमी फ्लू, राइनोवायरस, RSV और HMPV जैसे संक्रमण शामिल हैं। हालांकि, इस साल का प्रकोप पिछले साल की तुलना में कम है। WPRO ने कहा कि सर्दियों के दौरान उत्तरी गोलार्ध में सांस संबंधी संक्रमणों का बढ़ना सामान्य है।

बचाव के लिए क्या करें

विशेषज्ञों का मानना है कि सर्दी के मौसम में सामान्य स्वच्छता और सावधानी बरतकर इस संक्रमण से बचा जा सकता है।

  1. खांसी और छींकते समय मुंह और नाक ढकें।
  2. हाथों को नियमित रूप से साबुन और पानी से धोएं।
  3. भीड़भाड़ वाले स्थानों में मास्क पहनें।
  4. बीमार महसूस करने पर घर पर आराम करें और डॉक्टर की सलाह लें।

HMPV फिलहाल एक सामान्य मौसमी संक्रमण के रूप में देखा जा रहा है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने जनता से अफवाहों पर ध्यान न देकर सतर्क रहने की अपील की है।

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