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VIDEO : खरगोन और डिंडौरी में भारी ओलावृष्टि, खेत से लेकर सड़क तक बिछी बर्फ की चादर, कश्मीर सा नजारा दिखा

भोपाल। मध्य प्रदेश में बेमौसम बारिश और ओले गिरने का दौर जारी है। खेत से लेकर सड़क तक बर्फ की चादर बिछी दिखाई दे रही है। नजारा कश्मीर के जैसा नजर आ रहा है। हालांकि, भारी बारिश और ओलावृष्टि के चलते किसानों को काफी नुकसान हुआ है। खेत में खड़ी और खलिहान में कटकर रखी फसल तबाह हो गई।

रविवार सुबह से आसमान में बादल छाए हैं और दिन भर ठंडी हवाएं चली। शाम लगभग चार बजे के बाद खरगोन जिले के झिरन्या ब्लॉक में तेज बारिश के साथ ओले गिरे। वहीं डिंडौरी जिले में भी आंवले के आकार तक के ओले गिरे। क्षेत्र में आंधी का दौर लगातार जारी है।

20 मार्च तक रहेगा ऐसा ही मौसम

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के प्रवाह के चलते कई सिस्टम सक्रिय हैं तथा एक ‘ट्रफ’ लाइन भी मध्य प्रदेश से गुजर रही है, जिसके चलते प्रदेश भर में बारिश हो रही है। 20 मार्च तक आधे से ज्यादा मध्य प्रदेश में ऐसा ही मौसम रहेगा। मौसम वैज्ञानिकों ने ओलावृष्टि होने और तेज आंधी चलने की संभावना भी जताई है।

फसलें हुई बर्बादी

प्रदेश के अधिकांश जिलों में दो दिनों से तेज हवाओं के साथ बेमौसम बारिश और ओले गिर रहे हैं। बटरी, चना, मसूर और गेहूं की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। तेज हवाएं चलने के कारण खेतों में पककर खड़ी हुई गेंहू की फसल आड़ी हो गई है। वहीं चने की फसल पानी लगने से बर्बादी की कगार पर पहुंच गई है।

अब किसानों को सरकार से ही उम्मीद है कि वह जल्द से जल्द फसल नुकसानी का सर्वे अधिकारियों की टीम भेजकर करवाये, ताकि उन्हें फसल नुकसानी का मुआवजा समय पर मिल सके।

खरगोन में भारी ओलावृष्टि

डिंडौरी में बारिश के साथ गिरे ओले

क्या हो रही बारिश और ओलावृष्टि ?

मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में दो सिस्टम एक्टिव हैं, जिनकी वजह से 20 मार्च तक बारिश और ओलों के साथ ही तेज आंधी के हालात बनेंगे। 14 मार्च से ही प्रदेश में बारिश और ओलावृष्टि हो रही है। 16-17 मार्च से मौसम ज्यादा स्ट्रॉन्ग हो गया है। वहीं दक्षिण-पूर्वी हवाएं बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी लेकर आ रही है। इन दोनों के मिश्रण से प्रदेश में बारिश, ओलावृष्टि और तेज आंधी का असर है। 20 मार्च तक ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी।

पिछले 24 घंटों में यहां हुई बारिश

पिछले 24 घंटों के दौरान खजुराहो में 33 मिमी, बालाघाट के मलॉजखंड में 16.4 मिमी, भोपाल शहर में 10. 4 मिमी, खंडवा में 8.1 मिमी, बैतूल 6.8 मिमी, गुना में 5. 4 मिमी, मंडला में 5. 2 मिमी, रतलाम में 5 मिमी, सागर में 4.1 मिमी, उज्जैन में 3 मिमी सहित नर्मदापुरम, सिवनी, रायसेन, दमोह, इंदौर, जबलपुर और राजगढ़ जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। राजधानी भोपाल तथा उसके आसपास के क्षेत्रों में कल दिन भर बादल छाए रहे। रात में तेज गड़गड़ाहट के साथ बारिश हुई। इस बीच कुछ स्थानों में ओले भी गिरे हैं।

बारिश के साथ ओले गिरने की संभावना

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान भी प्रदेश में बारिश की संभावना जताई जा रही है तथा कुछ स्थानों पर ओले गिरने की भी आशंका है। प्रदेश में अगले दो दिनों तक इसी तरह के मौसम के बने रहने की संभावना जताई जा रही है। इसके बाद मौसम साफ हो सकता है।

अलर्ट किया जारी

जबलपुर, सागर, रीवा, शहडोल, ग्वालियर व चंबल संभागों में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने का अंदेशा जताते हुए यलो अलर्ट जारी किया है। भोपाल में अगले चौबीस घंटों के दौरान भी इसी तरह के मौसम के बने रहने के अनुमान है।

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ओलावृष्टि एवं वज्रपात के समय ये सावधानियां बरतें

  • घर के अंदर रहें, खिड़कियां और दरवाजे बंद करें और यदि संभव हो तो यात्रा से बचें।
  • सुरक्षित आश्रय लें, पेड़ों के नीचे शरण न लें।
  • इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्लग निकाल दें।
  • तूफान के दौरान जल निकायों से तुरंत बाहर निकलें।
  • उन सभी वस्तुओं से दूर रहें जो बिजली का संचालन करती हैं।

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