
प्रयागराज। गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दोनों के शवों का रविवार को पोस्टमार्टम किया गया। कड़ी सुरक्षा के बीच उनके शवों को कब्रिस्तान लाया गया। दोनों शवों को कसारी मसारी कब्रिस्तान में दफनाया गया।
#WATCH | UP: Mafia-turned-politician Atiq Ahmed and his brother Ashraf, who were shot dead yesterday amid police presence, buried in Prayagraj. pic.twitter.com/q2wolsGIbk
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 16, 2023
पुलिस ने शाइस्ता के पहुंचने की पुष्टि नहीं की
अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता भी कब्रिस्तान पहुंची है। शाइस्ता पर 5 लाख का इनाम था और फरार थी। हालांकि पुलिस ने अतीक की पत्नी शाइस्ता के कब्रिस्तान पहुंचने की बात का खंडन किया है। बुर्के में आने वाली महिलाओं की जांच की जा रही है। माना जा रहा है कि इनामी शाइस्ता भी कब्रिस्तान पहुंच सकती है।
अतीक के दोनों नाबालिग बेटे, अशरफ की बेटियां कब्रिस्तान पहुंचे
पोस्टमार्टम के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच अतीक और अशरफ के शव सीधे कब्रिस्तान पहुंचे। पहले से ही यहां अतीक और अशरफ के कई रिश्तेदार पहुंच गए। अतीक अहमद के दोनों नाबालिग लड़के अपने पिता और चाचा अशरफ के सुपुर्द ए खाक में शामिल होने के लिए कब्रिस्तान पहुंचे। दोनों को बाल सुधार गृह से कब्रिस्तान ले जाया गया। साथ ही अशरफ की दोनों बेटियां भी कब्रिस्तान पहुंची।
Prayagraj: Minor sons of gangster Atiq Ahmed were brought to Kasari Masari burial ground from a juvenile home. pic.twitter.com/DptWSRcFtc
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 16, 2023
तीनों शूटर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत
प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या करने वाले तीनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत मे भेजा गया है। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या करने वाले तीनों शूटर अरुण मौर्य, सन्नी सिंह और लवलेश तिवारी को प्रयागराज की अदालत में पेश किया गया था। यहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। अगली सुनवाई 29 अप्रैल को होगी।
#UPDATE | Uttar Pradesh: All three shooters, Arun Maurya, Sunny Singh and Lovelesh Tiwari who killed Atiq Ahmed and his brother Ashraf, have been sent to 14-day judicial custody. https://t.co/d7ArxDicVA
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 16, 2023
बड़ा माफिया बनने के लिए की हत्या
पूछताछ में आरोपियों ने कहा कि, वो बड़ा माफिया बनना चाहते हैं इसलिए वारदात को अंजाम दिया। आरोपियों ने बताया, ‘कब तक छोटे-मोटे शूटर रहेंगे, बड़ा माफिया बनना है इसलिए हत्याकांड को अंजाम दिया।’ हालांकि, पुलिस कस्टडी में तीनों से पूछताछ की जा रही है। उनके पास से हथियार भी बरामद किए गए हैं। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि, आरोपियों पर पहले कहां-कहां और किस तरह के मामले दर्ज हैं।
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तीन सदस्यीय कमेटी हत्या की जांच करेगी
गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की हत्या के बाद यूपी सरकार पर सवाल उठ रहे हैं। पूरे प्रदेश में धारा 144 लगाकर हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। वहीं संवेदनशील इलाकों में RAF (रैपिड एक्शन फोर्स) की तैनाती की जा रही है।
यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार हमले के तुरंत बाद CM योगी से मिलने पहुंचे। सीएम योगी ने सभी बड़े अधिकारियों के साथ बैठक के बाद तीन सदस्यीय न्यायिक जांच कमेटी का गठन करने का निर्देश दिया है। वहीं 17 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
झांसी में हुआ था अतीक के बेटे का एनकाउंटर
माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम का गुरुवार दोपहर साढ़े 12 से एक बजे के बीच झांसी में एनकाउंटर हुआ था। यूपी एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारा गया माफिया अतीक अहमद का बेटा असद अपने पिता को छुड़ाने की फिराक में था। पुलिस को इनपुट मिले थे कि असद ने अतीक के काफिले पर हमला कर उसे छुड़ाने और उमेश पाल मर्डर की तरह एक अन्य जघन्य वारदात की प्लानिंग की थी। इसे देखते हुए पुलिस की कई टीमें एक्टिव की गई थीं।
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गुरुवार को पुलिस मुठभेड़ में असद और अतीक के शूटर गुलाम के मारे जाने के बाद उत्तर प्रदेश के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने पत्रकारों को पूरे घटनाक्राम की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 24 फरवरी 2023 को उमेश पाल की हत्या के बाद से ही पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कई टीमें लगाई थीं। इस मामले में पांच लोगों की पहचान की गई थी। इन पर सरकार के स्तर पर पांच-पांच लाख के ईनाम घोषित किए गए थे। इनमें अरमान, असद, गुलाम, गुड्डू और साबिर शामिल थे।
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राजू पाल हत्याकांड से जुड़े हैं तार
बता दें कि 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या हुई थी। इसके मुख्य गवाह उमेश पाल थे। इसी साल 24 फरवरी (2023) को प्रयागराज में सरेआम उमेश पाल और उनके दो सुरक्षा गार्डों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल की पत्नी जया पाल की तहरीर पर 25 फरवरी को अतीक, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, दो बेटों, साथी गुड्डू मुस्लिम व गुलाम के अलावा 9 अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी।