
गुना। विगत दिनों गुना के बमोरी में एक शिवलिंग तोड़ दिया गया। घटना की जानकारी लगते ही मामले ने तूल पकड़ लिया। मुद्दा जनभावनाओं से जुड़ा था लिहाजा लोगों ने धरना दे दिया और बाजार भी बंद हो गया। मौके पर पहुंचे कांग्रेस विधायक ऋषि अग्रवाल भी मौके पर जाकर लोगों के साथ धरने पर बैठ गए। जैसे-तैसे करके पुलिस ने उस दिन आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन देकर धरना प्रदर्शन खत्म कराय़ा। हालांकि इस केस में संदेह के आरोप में 7 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन इसके बाद भी लोग पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठा रहे थे। अब घटना के दस दिनों बाद जाकर मुख्य आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ा है। उसने इसके पीछे की जो वजह बताई है, वह बेहद चौंका देने वाली है।
40 का हुआ लेकिन भोले ने नहीं सुनी शादी की अर्जी, शिवलिंग ही तोड़ दिया
इस हैरत अंगेज मामले में जब आरोपी पुलिस के हाथ लगा तो उसकी वजह जानकर पुलिस वाले भी अपनी हंसी नहीं रोक सके। घटना के मुख्य आरोपी ग्यारसी ने पुलिस को बताय़ा कि वह 40 साल का हो गया है और अब तक कुंवारा है, जबकि उसके हमउम्र सभी दोस्तों और परिजनों की शादी हो चुकी है। वह अपनी शादी के लिए लगातार भोलेनाथ के पास जाकर प्रार्थना कर अपने विवाह की अर्जी लगाता था। लंबा समय बीतने के बाद भी जब उसकी शादी नहीं हुई तो आखिरकार वह भोलेनाथ से ही नाराज हो गया और 31 जनवरी की रात शिवलिंग ही तोड़ दिया। इसके बाद पूरे शहर में लॉ एंड ऑर्डर की समस्या खड़ी हो गई थी। हालात ये हो गए थे कि छह थानों के बल को आनन-फानन में मोके पर भेजा गया था।
शराब पीकर दिया वारदात को अंजाम
आरोपी ग्यारसा प्रजापति को जब जांच के बाद पुलिस ने हिरासत में लिया तो सारी कहानी साफ हो गई। उसने पुलिस के सामने अपने जुर्म कबूल कर लिया। ग्यारसा ने बताया कि भगवान से कई बार प्रार्थना करने के बाद भी उसकी शादी नहीं हो रही थी। 31 जनवरी की रात उसे भगवान पर ही गुस्सा आ गया। उसने बहुत अधिक शराब पी और देर रात 2 बजे उसने मंदिर के बाहर पड़े पत्थर उठाकर मंदिर में शिवलिंग पर पटक कर तोड़ दिया। इसके साथ ही मंदिर में लगी अन्य मूर्तियों को भी बाहर फेंक दिया।