रीवा। मध्य प्रदेश के चर्चित हनीट्रैप कांड के फरियादी रहे इंदौर नगर निगम के पूर्व सिटी इंजीनियर हरभजन सिंह की मौत हो गई। उनका शव रीवा स्थित उनके पैतृक निवास में मिला। मिली जानकारी के मुताबिक, उनकी मौत हार्ट अटैक के कारण हुई है। पड़ोसियों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
अकेले रहते थे हरभजन सिंह
हरभजन सिंह रीवा स्थित अपने पैतृक निवास में अकेले रह रहे थे। उनकी पत्नी और बेटा दूसरे शहर में रहते हैं। घटना की सूचना परिजनों को दे दी गई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
हनीट्रैप कांड से जुड़े विवादों में था नाम
हरभजन सिंह का नाम 2019 में प्रदेश के चर्चित हनीट्रैप कांड से जुड़ा। उन्होंने इंदौर पुलिस को शिकायत दी थी कि कुछ महिलाएं उन्हें वीडियो रिकॉर्डिंग के जरिए ब्लैकमेल कर रही हैं। पुलिस ने मामले की जांच कर भोपाल और इंदौर से चार महिलाओं को गिरफ्तार किया था।
आरोपी महिला ने लगाया था दुष्कर्म का आरोप
हनीट्रैप कांड के बाद एक आरोपी महिला ने हरभजन सिंह के खिलाफ दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराई थी। इस मामले में हरभजन पर भी पुलिस ने केस दर्ज किया। इसके बाद उन्हें निलंबित कर रीवा स्थानांतरित कर दिया गया।
हरभजन सिंह का जीवन हनीट्रैप कांड के बाद लगातार कानूनी परेशानियों से घिरा रहा। निलंबन के बाद उन्होंने कुछ समय इंदौर में बिताया, लेकिन बाद में रीवा स्थित अपने पैतृक घर में रहने लगे।
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