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राजस्थान, केरल, त्रिपुरा-मणिपुर की सभी सीटों पर चुनाव पूरा

देश के 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 88 सीटों पर हुआ मतदान

नई दिल्ली। देश के 13 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की 88 लोकसभा सीटों पर शुक्रवार को दूसरे चरण का मतदान हुआ। पहले इस फेज में 89 सीटों पर वोटिंग होनी थी, लेकिन मध्य प्रदेश की बैतूल सीट पर बसपा प्रत्याशी के निधन के चलते 88 सीटों पर चुनाव हुए। इन सीटों पर कुल 1198 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिसमें 1097 पुरुष और 100 महिला कैंडिडेट हैं। एक प्रत्याशी थर्ड जेंडर है। शुक्रवार को केरल में सभी 20 सीटों, कर्नाटक में 14, राजस्थान में 13, यूपी और महाराष्ट्र में 8-8, मप्र में 6, असम और बिहार में 5-5, प. बंगाल और छत्तीसगढ़ में 3-3, त्रिपुरा, मणिपुर और जम्मू-कश्मीर की एक-एक लोकसभा सीट पर मतदान हुआ।

कुल 16 करोड़ मतदाताओं के लिए 1 लाख 67 हजार मतदान केंद्र बनाए गए। दूसरे चरण की वोटिंग के साथ ही राजस्थान, केरल, त्रिपुरा और मणिपुर की सभी सीटों पर लोकसभा चुनाव पूरा हो गया है। इधर सबसे ज्यादा वोटिंग मणिपुर-त्रिपुरा में हुई, जबकि यूपी-बिहार में वोटिंग कम हुई। मणिपुर में 79% मत पड़े, तो वहीं त्रिपुरा में 80% वोटिंग हुई, जबकि यूपी में 55% तथा बिहार में 58% मतदान हुआ।

चुनावी झलकियां

  • मणिपुर: ईवीएम नष्ट की गई मणिपुर के उखरूल जिले में उपद्रवियों ने ईवीएम और वीवीपैट को नष्ट कर दिया। हालांकि बाद में दूसरी मशीनें मंगाकर वोट डाले गए।
  • बिहार : हीटवेव के चलते बदला वोटिंग टाइम बिहार में 4 लोकसभा सीटों पर वोटिंग टाइम में बदलाव किया गया। चुनाव आयोग ने यह फैसला भीषण गर्मी (हीट वेव) को देखते हुए लिया था। बांका, मधेपुरा, खगड़िया और मुंगेर में सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो कर शाम छह की बजाय सात बजे तक चला।
  • प. बंगाल : वोटिंग के बीच झड़प प. बंगाल में बलूरघाट के एक मतदान केंद्र पर पहुंचे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के सामने टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने गो बैक के नारे लगाए। इससे दोनों पक्षों में विवाद हो गया। हालांकि सुरक्षाबलों ने उन्हें मतदान केंद्र बाहर किया।
  • कर्नाटक: कार्यकर्ताओं में झड़प कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के अनेकल में मतदान केंद्र के बाहर कांग्रेस- भाजपा के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। हालांकि, बाद में पुलिस ने दोनों को शांत कराया।

मतदान की अपील की

मुझे लगता है कि पहली बार के मतदाताओं को समझना चाहिए कि मतदान कितना महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे राष्ट्र के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएंगे। मैं यही कहना चाहूंगा कि सभी मतदान जरूर करें। – नंबी नारायण, पूर्व वैज्ञानिक, इसरो

मतदान एक आशा है, आश्वासन नहीं। अब अनुरोध इस बारे में नहीं होना चाहिए कि लोग आएं और मतदान करें। अनुरोध इस बात का होना चाहिए कि पार्टियों के राजनेता वोट लेने के बाद क्या कर रहे हैं। – किच्चा सुदीप, अभिनेता

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