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बारिश ने फेरा विज्ञान मेले पर पानी, कीचड़ के कारण नहीं पहुंच सके दर्शक

पीएस निकुंज श्रीवास्तव ने कहा राजधानी में बनेगा एक और साइंस सेंटर

भेल दशहरा मैदान में शुक्रवार को 10वें भोपाल विज्ञान मेले का शुभारंभ झमाझम बारिश के बीच में हुआ। चार दिवसीय इस मेले का आयोजन मप्र विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद और विज्ञान भारती के संयुक्त तत्वावधान में किया गया है। बारिश के कारण मेले के पहले दिन ज्यादा दर्शक नहीं पहुंच सके। मेला परिसर के बारिश के पानी के कारण कीचड़ ही कीचड़ फैल गई। इस दौरान एक महत्वपूर्ण घोषणा प्रमुख सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग निकुंज श्रीवास्तव ने की। उन्होंने कहा कि शहर में एक और साइंस सेंटर खोला जाएगा, इससे हम और अधिक बच्चों तक विज्ञान को पहुंचा सकेंगे। मेले में भोपाल मेमोरियल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर(बीएमएचआरसी)ने भी भाग लिया है, जिनके द्वारा यहां स्ट्रेस मैनेजमेंट काउंसलिंग, स्टूडेंट्स गाइडेंस क्लीनिक, राजयोग मेडिटेशन व साइकोथैरेपिस्ट द्वारा काउंसलिंग की जा रही है।

17 को मनाएंगे चंद्रयान महोत्सव

कार्यक्रम की अध्यक्षता विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने की। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग, एम्प्री के निदेशक डॉ. अवनीश श्रीवास्तव, मेपकॉस्ट के महानिदेशक डॉ. अनिल कोठारी उपस्थित रहे। मेला परिसर में लगभग 100 स्टॉल्स लगाए गए हैं, जिसमें विज्ञान के क्षेत्र में हो रहे नवाचारों को प्रदर्शित किया। इसके साथ ही इसरो, डीआरडीओ सहित विभिन्न शासकीय संस्थाओं द्वारा विज्ञान से जुड़े मॉडल्स को प्रदर्शित किया है। डॉ. अनिल कोठारी ने बताया कि भोपाल विज्ञान मेला में 17 सितंबर को चंद्रयान महोत्सव मनाया जाएगा। कार्यक्रम में विशेषज्ञों का एक विशेष सत्र रखा गया है, जिसमें प्रतिभागी युवाओं ने विशेषज्ञों से विज्ञान एवं इनोवेशन के क्षेत्र में हो रहे कार्यों पर करेंगे।

हम व्यवस्था कर रहे हैं ताकि परेशानी न हो

बारिश का का पूवार्नुमान कुछ दिन पहले से आता है जबकि तैयारियां बहुत पहले से शुरू हो जाती हैं। प्रतिभागी आना शुरू हो जाते हैं और ऐसे में कार्यक्रम स्थगित नहीं कर सकते। हम मुरम, जीरा गिट्टी डलवा रहे हैं ताकि लोगों को विज्ञान मेले में पहुंचने में किसी तरह की असुविधा न हो। अमोघ गुप्ता, अध्यक्ष विज्ञान भारती

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