
भोपाल। राजधानी में में डेंगू मरीजों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। अब तक हर दिन डेंगू के दो या तीन मरीज मिल रहे थे, वहीं बुधवार को डेंगू के 9 पॉजीटिव मरीज मिले हैं। इस साल पहली बार एक दिन में इतने मरीज पॉजीटिव आए है। शहर में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर अब 176 हो गई है। हालांकि अच्छी बात यह है कि इस बार डेंगू का असर गंभीर नहीं है। जनवरी से अब तक किसी डेंगू पीड़ित की मृत्यु नहीं हुई। सबसे चिंताजनक बात यह है कि शहर में अगस्त माह में करीब 75 से अधिक मामले सामने आए हैं, जिससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। इससे पहले 6 महीने में 100 मामले भोपाल में सामने आए हैं।
मलेरिया-चिकनगुनिया के मामले भी
विशेषज्ञों ने बताया कि आने सितंबर से लेकर नवंबर के दौरान डेंगू के सबसे ज्यादा मामले आते हैं। मालूम हो कि अभी तक दिन में हल्की गर्मी और रात में हल्की ठंड पड़ रही थी। यह मच्छरों को तेजी से पनपने के लिए अनुकूल होता है। यही नहीं शहर में मलेरिया के 11 और चिकनगुनिया के 38 मामले सामने आ चुके हैं। बीते सालों की तुलना में इस बार डेंगू का संक्रमण किसी खास इलाके तक सीमित नहीं है। शहर के हर क्षेत्र में डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। खासबात यह है कि इस बार पुराने शहर और तंग बस्तियों में भी डेंगू मरीज सामने आ रहे हैं।
इन क्षेत्रों में 4 से ज्यादा मामले
राजधानी के कोलार, नीलबढ़, होशंगाबाद रोड, आदर्श नगर, कटारा, अरोरा कॉलेनी और साकेत नगर में 4 ये ज्यादा मामले सामने आए हैं।
डेंगू के लक्षण
डेंगू बुखार एक प्रकार का वायरल संक्रमण है, जो एडीज मच्छर के काटने से फैलता है।
– बुखार
– सिरदर्द
– मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
– उल्टी और मतली
– त्वचा पर लाल चकत्ते
– थकान और कमजोरी महसूस होना
– प्लेटलेट्स की संख्या में कमी (गंभीर मामलों में)
डेंगू से बचने के उपाय
- मच्छरों को पैदा होने से रोकें: घर के आसपास और आस-पास के क्षेत्र में जलभराव न होने दें, क्योंकि मच्छर जलभराव वाले क्षेत्रों में प्रजनन करते हैं।
- मच्छरदानी का उपयोग करें: सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें और दरवाजों और खिड़कियों पर जाली लगाएं।
- मच्छर नाशक का उपयोग करें: घर के अंदर और बाहर मच्छर नाशक का उपयोग करें।
- मच्छरों से बचने के लिए लंबे हाथों और पैरों वाले कपड़े पहनें।
- यदि आपको डेंगू के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
- घर और उसके आसपास साफ-सफाई बनाए रखें और किसी भी प्रकार के जलभराव को हटा दें।
- पानी की टंकियों को ढककर रखें।
- कूलर, गमलों, और अन्य बर्तनों में पानी जमा न होने दें।
- बच्चों को मच्छर से बचाने वाली क्रीम लगाकर बाहर भेजें।