राष्ट्रीयव्यापार जगत

रातों-रात अमीर बनने की चाहत में आधी रात को भी Cryptocurrency खोज रहे युवा

Cryptocurrency में अभी निवेश करने का ट्रेंड देखने को मिल रहा है। सरकार भी इसे रेग्युलेट करने की पूरी तैयारी में जुटी है। क्रिप्टोकरेंसी के प्रति दीवानगी का सबसे बड़ा कारण है इससे होने वाली मोटी कमाई। दुनिया के बड़े-बड़े उद्योगपति भी इसका खुलकर समर्थन कर रहे हैं। यही वजह है कि रिटेल इन्वेस्टर्स क्रिप्टोकरेंसी में बड़े पैमाने पर निवेश कर रहे हैं। यहां तक की लोग रात-रातभर जागकर इसमें इन्वेस्ट कर रहे हैं।

कोडर से ट्रेडर बने अनीश

गुरुग्राम की एक आईटी कंपनी के लिए काम करने वाले अनीश गुप्ता बताते हैं कि शाम के 7 बजते ही वो अपने ऑफिस का लैपटॉप बंद कर अपना पर्सनल लैपटॉप खोल लेते हैं। 27 साल के गुप्ता कोडर हैं और बिटकॉइन की ट्रेडिंग करते हैं। भारी उतार-चढ़ाव से जूझ रहे क्रिप्टो मार्केट में कमाई के मौके ढूंढते गुप्ता फायदा कमाने में सफल साबित हो रहे हैं।

क्रिप्टो सेे होने वाली कमाई सैलेरी से ज्यादा

गुरुग्राम की एक आईटी आउटसोर्सिंग फर्म में काम करने वाले गुप्ता ने कहा, “क्रिप्टो की ट्रेडिंग से होने वाली कमाई कभी-कभी उनकी मासिक सैलरी से भी ज्यादा होती है।” गुप्ता बिटकॉइन, एथेरियम और Tron में मुख्य रूप से ट्रेड करते हैं। बता दें कि ज्यादतर भारतीय शीबा इनु पर इन्वेस्ट करते नजर आ रहे हैं।

क्रिप्टो करेंसी में निवेशकों की बढ़ी संख्या

बिटकॉइन, इथेरियम, डॉज, शीबा इनु और सोलाना जैसी क्रिप्टो करेंसी के भाव काफी उपर पहुंच गए हैं। इस वजह से इनमें निवेश और ट्रेड करने वाले लोगों की संख्या में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है। टॉप एक्स्चेंजेस के मुताबिक क्रिप्टो ट्रेडर्स ने विभिन्न क्रिप्टो करेंसी में निवेश करके 200 से 500 प्रतीशत तक का उछाल देखा।

जोखिम उठाकर भी मुनाफा कमाना चाह रहे निवेशक

भारत में 10 करोड़ से अधिक लोगों के पास क्रिप्टो एसेट हैं, जबकि क्रिप्टो ट्रेडर की संख्या 10 लाख को पार कर गई है। एक क्रिप्टो एक्सचेंज के सीईओ के मुताबिक, “देश में हाई फ्रीक्वेंसी ट्रेडर्स की संख्या अब 80,000 के पार चली गई है। साल 2017-18 के बुल रन में यह संख्या 25,000 के करीब थी। डे ट्रेडर आमतौर पर भरी उतार-चढ़ाव वाले प्रोडक्ट से बचते हैं, लेकिन क्रिप्टो ट्रेडिंग के मामले में स्थितियां अलग हैं। निवेशक अब जोखिम लेकर मुनाफा कमाना चाहते हैं।”

10 गुना बढ़ी निवेशकों की संख्या

क्रिप्टो की ट्रेडिंग बढ़ने के साथ ही कॉइन स्विच कुबेर जैसे एक्सचेंज की कमाई तेजी से बढ़ी है। अगर मासिक आधार पर बात करें तो वजीरएक्स जैसे एक्सचेंज पर कारोबारी वॉल्यूम 44 फीसदी बढ़ी है। दिलचस्प बात यह है कि नए निवेशक की संख्या 10 गुना तक बढ़ गई है।

लॉकडाउन के दौरान शुरू हुआ ट्रेंड

भारत में लॉकडाउन के समय जब सभी ने वर्क फ्रॉम होम ट्रेंड अपनाया था। उसी दौरान कई लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्ट करना शुरू किया था। जिससे उनको काफी मुनाफा भी हुआ। वहीं लॉकडाउन के बाद अब ऑफिस से फ्री होने के बाद शाम के समय लोग अपना टाइम इसमें इन्वेस्ट करते हैं।

भारत में ऐसे कई cryptocurrency exchange हैं जिसपर ट्रेडर्स सारा दिन ट्रेडिंग कर सकते हैं, यहां तक की वीकएंड्स पर भी। इसी वजह से कई नौजवान और नए इन्वेस्टर्स इसमें दिलचस्पी दिखा रहे हैं।

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