वाशिंगटन। अमेरिका की पर्यावरण संरक्षण एजेंसी ईपीए ने एक कीटनाशक के इस्तेमाल को लेकर बड़ी कार्रवाई की है। एजेंसी के मुताबिक डैचल पेस्टिसाइड गर्भ में पल रहे भ्रूण के लिए खतरा हो सकते हैं। हाल ही में जारी किए गए आदेश में डीसीपीए (डैचल पेस्टिसाइड) को खतरनाक बताते हुए इसे बाजार से तुरंत हटाने को कहा गया है। अमेरिकी एजेंसी ने 40 साल में पहली बार इस तरह की कार्रवाई की है। ईपीए ने आखिरी बार इस तरह का इमरजेंसी बैन 1983 में ईडीबी नामक पेस्टिसाइड पर लगाया था। डीसीपीए जो डैचल के नाम से जाना जाता है, यह पेस्टिसाइड ब्रोकली, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, गोभी और प्याज जैसी फसलों पर इस्तेमाल किया जाता है। पर्यावरण संरक्षण एजेंसी ईपीए के मुताबिक जब गर्भवती महिलाएं इस कीटनाशक के संपर्क में आती हैं, तो यह गर्भ में पल रहे भ्रूण के विकास को प्रभावित कर सकता है, जो बाद में कम वजन, सही तरह से दिमाग का विकास न होने के लिए जिम्मेदार हो सकता है।
यूरोपियन यूनियन ने 2009 में लगाया था बैन
अमेरिका की पर्यावरण वर्किंग ग्रुप (ईडब्ल्यूजी) ने भी अपनी रिपोर्ट में डीसीपीए को खतरनाक बताया था। यह कीटनाशक शरीर में कैंसर के जोखिम को भी बढ़ाता है। इस कीटनाशक को यूरोपियन यूनियन ने 2009 में प्रतिबंधित किया था। ईपीए ने बताया इस कीटनाशक को बनाने वाली कंपनी से समय पर जरूरी डेटा प्राप्त करने में मुश्किल हुई लिहाजा एजेंसी ने तय किया है कि इसके इस्तेमाल की अनुमति देना सुरक्षित नहीं है।
इस्तेमाल के 25 दिन तक रहता है असर
अमेरिकी एजेंसी के मुताबिक भले ही इस कीटनाशक के लेबल पर इस्तेमाल के 12 घंटे तक खेतों में नहीं जाने की चेतावनी लिखी गई है, लेकिन यह इस्तेमाल के 25 दिनों तक नुकसान पहुंचाने की क्षमता रखता है। ईपीए के रासायनिक सुरक्षा और प्रदूषण रोकथाम के असिस्टेंट एडमिनिस्ट्रेटर मिशल फ्रीडहॉफ का कहना है कि यह ईपीए की जिम्मेदारी है कि वह लोगों को खतरनाक केमिकल्स के संपर्क में आने से बचाए।
क्या होता है नुकसान
- ईपीए के मुताबिक जब गर्भवती महिलाएं इस कीटनाशक के संपर्क में आती हैं तो जन्म लेने वाले बच्चे को आजीवन कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
- डीसीपीए का ज्यादातर इस्तेमाल गोभी, ब्रोकली और कुछ अन्य फसलों पर किया जाता है।
- साल 2018 और 2020 में इस कीटनाशक का औसतन 36,287 किलोग्राम इस्तेमाल किया गया था।
- साल 2023 में इससे होने वाले नुकसान का आकलन करने पर एजेंसी ने पाया था कि अगर खेत में काम करने वाला कर्मचारी सुरक्षा उपकरण भी पहने, तब भी यह खतरनाक साबित हो सकता है।