
भोपाल। राजधानी के नजीराबाद थाना क्षेत्र में दो सगे भाइयों की तालाब में डूबने से मौत हो गई। मां खेत में काम कर रही थी, तभी दोनों बच्चे चुपके से तालाब में नहाने पहुंच गए। जहां डूबने से दोनों की मौत हो गई। एक परिवार के दो बच्चों की मौत से गांव में मातम का महौल है। मंगलवार को दोनों बच्चों के शव का पीएम हुआ।

चुपके से तालाब में नहाने गए थे दोनों बच्चे
नजीराबाद पुलिस ने बताया कि ग्राम खैराखेड़ा निवासी भगवान सिंह मेहर किसानी करते हैं। सोमवार को भगवान सिंह की पत्नी कविता अपने दोनों बेटों के साथ खेत पर गई थीं। मां खेत में काम कर रही थी, तब दोनों बेटे धीरेन्द्र (10) और निर्मल (9) वहां खेल रहे थे। इस बीच दोनों बेटे चुपके से खेत के पास ही बने तालाब में नहाने पहुंच गए। थोड़ी देर बाद मां बचा लो… की चीख सुनाई दी। कविता बेटों की आवाज सुनकर तालाब पहुंची, तब तक दोनों बेटे डूब चुके थे।
ग्रामीणों ने तालाब से निकाले बच्चों के शव
कविता ने बच्चों की मदद के लिए शोर मचाया। तब आसपास खेतों में काम कर रहे लोग तालाब पर पहुंचे। लोगों ने बच्चों की तालाब में तलाश शुरू की। करीब 10 मिनट के अंदर दोनों बच्चों को तालाब से बाहर निकाल लिया। धीरेन्द्र की सांस थम चुकी थीं। जबकि, निर्मल की सांस चल रही थीं। लोगों ने उसे सीपीआर दिया, लेकिन थोड़ी देर बाद उसने भी दम तोड़ दिया। वहीं सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पीएम के लिए अस्पताल भेजा। पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही है।
पहले भी हो चुकी ऐसी घटना
बताया जा रहा है तालाब के चारों तरफ फेंसिंग नहीं है। ग्रामीण तालाब के पानी का निस्तार के लिए उपयोग करते हैं। यह तालाब सरकारी योजना के तहत बनाया गया है। बता दें कि कुछ दिनों पहले बैरसिया में भी शासकीय तालाब में डूबने से तीन बच्चों की मौत हो गई थी।
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