
हेमंत नागले, इंदौर। प्रदेशभर के 32000 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी एक बार फिर हड़ताल पर चले गए हैं। मंगलवार से प्रदेशभर के कर्मचारी अपने परिवार के भरण पोषण समेत कई मांगों को लेकर हड़ताल पर है। इससे एक बार फिर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होगी, जिसका अंजाम आम जनता को भुगतना पड़ेगा।

आमरण अनशन के लिए बैठे स्वास्थ्य कर्मचारी
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को कहना था कि वर्ष 2018 से 2022 तक कई बार सरकार को ज्ञापन देकर वह हड़ताल कर चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद भी शासन द्वारा उनकी किसी भी मांगों को लेकर सिर्फ आश्वासन ही दिया जा रहा है। वहीं मंगलवार से एक बार फिर आमरण अनशन के लिए बैठे हुए स्वास्थ्य कर्मचारियों सरकार को चेता दिया है कि उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं हुई तो इस बार हड़ताल लंबी होने वाली है।
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— Peoples Samachar (@psamachar1) April 18, 2023
सरकार ने पहले दिया था आश्वासन
सरकार ने इससे पहले भी एक माह में न्याय उचित मांगों अनिवार्य करने का आश्वासन दिया था। लेकिन, आज दिनांक तक किसी प्रकार की कोई मांग पूरी नहीं हुई है। 90% नीति की फाइल वित्त विभाग में स्वीकृति की लंबित है। जिसपर सरकार संज्ञान नहीं ले रही है।