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बैंक अकाउंट्स फ्रीज करने के खिलाफ कांग्रेस ने खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा, कहा- केंद्र सरकार विपक्षी पार्टी को कमजोर और पंगु बनाने की कोशिश कर रही

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के लिए जारी जंग के बीच अब कांग्रेस ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा अपने बैंक अकाउंट फ्रीज करने के मामले में सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। कांग्रेस ने गुरुवार को बैंक खाते फ्रीज करने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। इससे पहले मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने पार्टी हेडक्वार्टर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की।

तीनों नेताओं ने एक सुर में केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बैंक खातों को फ्रीज करवाकर केंद्र सरकार देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी को कमजोर और पंगु बनाने की कोशिश कर रही है। ऐसे में फ्री और फेयर इलेक्शन की बात कैसे हो सकती है। कांग्रेस और केंद्र सरकार के बीच बैंक अकाउंट्स फ्रीज किए जाने के को लेकर तनातनी देखने को मिल रही है।

पैसे नहीं होने से नेताओं को दूसरे शहर नहीं भेज पा रहे – राहुल

राहुल गांधी ने कहा कि पैसे नहीं होने से नेताओं को दूसरे शहर तक नहीं भेज पा रहे हैं। रेल टिकट तक नहीं खरीद पा रहे हैं। अजय माकन का कहना था कि पार्टी चुनावी पैम्फलेट तक नहीं छपवा पा रही है। विज्ञापन बुक नहीं कर पा रहे हैं। चुनावी तैयारियां नहीं कर पा रहे हैं। कांग्रेस नहीं, लोकतंत्र को फ्रीज कर दिया गया है। हमें असहाय बनाकर चुनाव में उतारना चाहते हैं।

राहुल गांधी ने बताया कि मुद्दा सात साल पुराना है और 14 लाख रुपए का मुद्दा है, जिस वजह से कांग्रेस पार्टी के सारे बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए और 200 करोड़ रुपए का फाइन लगाया गया है।

सोनिया गांधी ने क्या कहा ?

कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि बैंक खातों से लेनदेन पर रोक का मुद्दा अत्यंत गंभीर है, यह न केवल कांग्रेस को बल्कि हमारे लोकतंत्र को भी प्रभावित करता है। कांग्रेस को आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा एक व्यवस्थित प्रयास किया जा रहा है। जनता द्वारा एकत्रित किया गया पैसा रोक दिया गया है, हमारा पैसा जबरन छीन लिया गया है। बीजेपी से कभी कोई टैक्स नहीं मांगा जाता है। चुनावी बॉन्ड को सुप्रीम कोर्ट ने असंवैधानिक करार दिया है। सभी जानते हैं कि जांच एजेंसियों ने बीजेपी को बड़े पैमाने पर फायदा पहुंचाया है। दूसरी ओर प्रमुख विपक्षी दल की वित्तीय स्थिति पर लगातार हमले किए जा रहे हैं। यह सब अलोकतांत्रिक है।

मल्लिकार्जुन खड़गे का स्टेटमेंट

सुप्रीम कोर्ट ने जिस चुनावी चंदे की स्कीम को अवैध व असंवैधानिक कहा, उस स्कीम के तहत BJP ने हजारों-करोड़ रुपए अपने बैंक खातों में भर लिए हैं। वहीं, दूसरी तरफ मुख्य विपक्षी दल (कांग्रेस) का बैंक खाता फ्रीज कर दिया गया है, ताकि हम पैसों के अभाव में बराबरी के साथ चुनाव न लड़ पाएं। यह सत्ताधारी दल द्वारा खेला गया एक खतरनाक खेल है।

कुल दान का 0.07% नकद और सजा 106% : अजय माकन

कोषाध्यक्ष अजय माकन ने कहा- बीजेपी ने हमारे खातों को फ्रीज करके और उनसे जबरन 115.32 करोड़ रुपए निकालकर आम जनता द्वारा कांग्रेस पार्टी को दिए गए दान को लूटा है। बीजेपी सहित कोई भी राजनीतिक दल आयकर नहीं देता है, फिर भी कांग्रेस पार्टी के 11 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया, क्यों…?

उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए एक नोटिस के लिए 4 बैंकों में हमारे 11 खातों में 210 करोड़ रुपए पर ग्रहणाधिकार अंकित किया गया था। कारण यह बताया गया कि 199 रुपए करोड़ की कुल प्राप्ति में से 14.49 लाख नकद (हमारे सांसदों द्वारा कांग्रेस पार्टी को दिए गए दान के रूप में) प्राप्त हुए थे। यह नकद घटक कुल दान का केवल 0.07% है और सजा 106% थी।

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